निजी बस आपरेटर को परमिट देने पर भड़के रोडवेज कर्मी

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निजी बस आपरेटर को परमिट देने पर भड़के रोडवेज कर्मी
ऋषिकेश। कुमाऊं मंडल में राष्ट्रीय राजमार्गों पर निजी बस आपरेटरों को परमिट दिए जाने पर भड़के रोडवेज कर्मियों ने बस अड्डा परिसर में प्रदर्शन किया। आरोप लगाया सरकार परिवहन निगम की बकाया धनराशि देने की बजाय निगम को बंद करने की साजिश रच रही है। परमिट जल्द निरस्त नहीं किए तो रोडवेज कर्मी अनिश्चितकालीन हड़ताल करने के लिए बाध्य होंगे।

गुरुवार को उत्तराखंड रोडवेज अधिकारी कर्मचारी संयुक्त मोर्चा के बैनर तले संयुक्त यात्रा रोडवेज बस अड्डा परिसर में एकत्रित हुए रोडवेज कर्मियों ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए सांकेतिक धरना दिया। आक्रोशित रोडवेज कर्मियों ने कहा कि सरकार पर परिवहन निगम का करीब 80 करोड़ रुपये का बकाया है, उसका भुगतान करने की बजाय सरकार निजी बस आपरेटरों को परमिट दे रही है। सरकार के इस निर्णय का रोडवेज कर्मी पुरजोर विरोध करते हैं। प्रदर्शनकारियों ने एक स्वर में कहा कि कुमाऊं मंडल में राष्ट्रीयकृत मार्गों पर निजी बस आपरेटर को दिए परमिट जल्द निरस्त न किए और बकाया भुगतान नहीं किया तो रोडवेज कर्मी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जाएंगे।

मोर्चा संयोजक विपिन चैधरी ने बताया कि शुक्रवार से बसों का संचालन बंद करने का निर्णय एक हफ्त के लिए स्थगित कर दिया गया है। 16 जनवरी एक दिन का कार्यबहिष्कार रहेगा।प्रदर्शन में निर्मल रांगड़, महेंद्र सिंह, राजेश बहुगुणा, देवेंद्र प्रसाद डिमरी, विजेंद्र बिष्ट, ओमपाल सिंह, उमेश कुमार, प्रदीप सिंह, सहेंद्रपाल सिंह, धीर सिंह, राजकुमार, अनुप बडोनी, विजय गोस्वामी, भुवनचंद फुलारा, मुन्नी देवी, सुषमा, जानकी, सतीश तिवाड़ी, किरणपाल सिंह, रण कुमार, विश्वास निर्वाल, उपेंद्र कुमार, महिपाल, हरेंद्र कुमार आदि शामिल थे।

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