रांची नगर निगम का खुले में शौच करने वाले के खिलाफ ‘हल्ला बोल, लुंगी खोल’ अभियान

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नगर निगम की एनफोर्समेंट टीम तड़के सुबह उन जगहों पर धावा बोलती है

जहां लोग अक्सर खुले में शौच के लिए जाते हैं

अभियान की वजह से धीरे-धीरे ही सही लेकिन खुले में शौचकरने वालों की  संख्या में कमी देखी जा रही है

रांची (झारखण्ड):  झारखंड की राजधानी रांची में अब खुले में शौच करने वालों की खैर नहीं. रांची नगर निगम ने खुले में शौच करने वाले के खिलाफ ‘हल्ला बोल, लुंगी खोल’ अभियान छेड़ा है. इसके तहत नगर निगम की एनफोर्समेंट टीम तड़के सुबह उन जगहों पर धावा बोलती है जहां लोग अक्सर खुले में शौच के लिए जाते हैं. ऐसे ही एक वाकये में हरमू के लोगों को खुले में शौच करना महंगा पड़ गया. यहां खुले में शौच कर रहे लोगों को नगर निगम की एनफोर्समेंट टीम ने पकड़ा और उनकी लुंगी उतरवा ली, यही नहीं उनकी लुंगी को जब्त भी कर लिया गया. सभी अपनी लुंगी वापस मांगते रहे, लेकिन किसी ने उनकी एक न सुनी, बाद में जब गिरफ्त में आये लोगों ने फिर से खुले में शौच न करने की शपथ ली और 100 रुपये बतौर जुर्माना चुकाया तो नगर निगम की टीम ले लुंगी वापस कर दी.

दरअसल यह अभियान पुरे जिले में चलाया जा रहा है. इसके तहत नगर निगम की एनफोर्समेंट टीमें पहले से चिन्हित की गई जगहों पर सुबह ही पहुंच जाती हैं और ऐसे लोगों को टारगेट करती हैं जो खुले में शौच करते हैं. हालांकि नगर निगम ने पहले भी लोगों को खुले में शौच नहीं करने की कई बार अपील की थी. लेकिन जब लोगों पर इसका कोई असर नहीं पड़ा तब नगर निगम ने यह अभियान चलाया. निगम के अधिकारीयों के मुताबिक के इस अभियान की वजह से धीरे-धीरे ही सही लेकिन खुले में शौचकरने वालों की संख्या में कमी देखी जा रही है.

सरकारी आंकड़ों की माने तो झारखण्ड के 5 जिलों को छोड़कर सभी जिले खुले में शौच मुक्त करार दिए गए हैं. लेकिन हकीकत में लोग अब भी खुले में शौच करने से बाज नहीं आ रहे. इसकी वजह अभी भी बहुत सी जगहों में सामूहिक शौचालयों की कमी है. साथ ही जो शौचालय बनवाये गए हैं उनमें से आधे से ज्यादा पानी की समस्या से जूझ रहे हैं. वहीं कई जगहों पर जो शौचालय बनवाए गए हैं उनकी बराबर से देखभाल नहीं हो रही है. ऐसे में लोग भी खुले में शौच के लिए मजबूर हैं. वैसे में नगर निगम का यह अभियान कईयों के लिए भारी मुसीबत का सबब भी बन गया है.

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