दून अस्पताल में बेड की दिक्कतें हुई कम, 110 बेड की बढ़ोत्तरी

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देहरादून। दून मेडिकल कॉलेज चिकित्सालय में बेड की दिक्कत कुछ हद तक कम हो गई है। भारतीय चिकित्सा परिषद (एमसीआइ) के मानकों के अनुसार अस्पताल में बेड संख्या बढ़ा दी गई है। अस्पताल के विभिन्न वार्डों में 110 बेड की बढ़ोत्तरी की गई है। इसके अलावा दस बेड इमरजेंसी में भी बढ़ाए गए हैं।

दून अस्पताल व दून महिला अस्पताल को करीब तीन साल पहले मेडिकल कॉलेज में तब्दील कर दिया गया था। मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस की 150 सीट हैं। इसके मुताबिक पहले साल 300 बेड के अस्पताल के साथ शुरुआत की गई। अब चतुर्थ वर्ष की मान्यता मिलनी है तो यहां 410 बेड की आवश्यकता है।

कुछ माह पहले एमसीआइ ने मेडिकल कॉलेज का निरीक्षण किया था। इसमें उसने बेड विभाजन की खामी भी इंगित की थी। अब एमसीआइ पुनर्निरीक्षण के लिए पहुंचने वाली है। ऐसे में अधिकारी दिन-रात एक किए हुए हैं। सबसे ज्यादा 21 बेड बाल रोग विभाग में बढ़े हैं।

महिला अस्पताल में पहली मंजिल पर एक अतिरिक्त वार्ड बनाया गया है। वहीं मेडिसिन, हड्डी रोग, सर्जरी समेत अन्य विभाग में भी बेड बढ़ा दिए गए हैं। अच्छी बात यह है कि इमरजेंसी में भी दस अतिरिक्त बेड की व्यवस्था अस्पताल प्रशासन ने की है।

बता दें, दून मेडिकल कॉलेज चिकित्सालय में न केवल शहर बल्कि पहाड़ के दूरस्थ क्षेत्रों से भी मरीज इलाज के लिए यहां आते हैं। मेडिकल कॉलेज बन जाने के बाद अस्पताल में तमाम व्यवस्थाएं एमसीआइ के अनुरूप ढाली गई हैं। इसमें एक बेड का विभाजन भी है।

चिकित्सा अधीक्षक डॉ. केके टम्टा का कहना है कि चतुर्थ वर्ष की मान्यता के लिए बेड संख्या बढ़ाई गई है। प्रत्येक वार्ड में बेड विभाजन व इसकी संख्या दुरुस्त कर ली गई है। पांचवें साल के लिए बेड संख्या में और भी इजाफा होना है। इसकी भी संभावनाएं तलाशी जा रही हैं।

सीएमएस कक्ष को बनाया डेमो रूम

दून मेडिकल कॉलेज चिकित्सालय के स्त्री एवं प्रसूति रोग विभाग (महिला अस्पताल) में भी एमसीआइ के गाइडलाइन के तहत बदलाव किए गए हैं। सीएमएस कक्ष को खाली कराकर अब यहां डेमो रूम बना दिया गया है। जबकि सीएमएस कक्ष प्रथम तल पर शिफ्ट कर दिया गया है।

अब मेडिकल कॉलेज में होगा औषधि स्टोर

अस्पताल में बेड संख्या आगे भी बढ़नी है, लेकिन विस्तार की गुंजाइश ना के बराबर है। अस्पताल परिसर में जगह उस मुताबिक कम पड़ रही है। ऐसे में अधिकारी अब अन्य विकल्पों पर विचार कर रहे है। एक पहल के तौर पर औषधि स्टोर अस्पताल से देहरा खास स्थित मेडिकल कॉलेज में शिफ्ट किया जा रहा है। प्राचार्य डॉ. आशुतोष सयाना का कहना है कि यह केंद्रीयकृत व्यवस्था होगी। प्रत्येक सप्ताह ऑर्डर के मुताबिक दवा अस्पताल को भेजी जाएगी।

विभाग—————-पूर्व में बेड——वर्तमान संख्या

बाल रोग—————-24——————45

हड्डी रोग—————30——————45

मेडिसिन—————–72—————-100

सर्जरी——————–90—————-100

ईएनटी——————-10—————–15

नेत्र———————–10—————–15

चर्म रोग—————–08—————–10

मनोरोग——————08—————–10

टीबी एंड चेस्ट———-08—————–10

स्त्री एवं प्रसूति रोग—-40—————–60

इमरजेंसी—————–10—————–20

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