कर्म के पुजारी गोवा के मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर नहीं रहे ; पर्रिकर पैंक्रियाटिक कैंसर से जूझ रहे थे.

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13 दिसंबर 1955 को उत्तरी गोवा के मापुसा में जन्मे मनोहर पर्रिकर की स्कूली शिक्षा गोवा में ही मारगाओ से हुई. इसके बाद उन्होंने आईआईटी बॉम्बे में दाखिला लिया. साल 1978 में उन्होंने आईआईटी बॉम्बे से मेटलर्जिकल में इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी की. 

भारत के किसी राज्य के मुख्यमंत्री बनने वाले वह पहले व्यक्ति हैं, जिन्होंने आई.आई.टी. से स्नातक किया. मनोहर पर्रिकर की साल 1981 में मेधा पर्रिकर से शादी हुई थी. साल 2000 में मनोहर पर्रिकर की पत्नी मेधा पर्रिकर का कैंसर के कारण निधन हो गया था.

नई दिल्ली (विसके) : लंबे समय से बीमार चल रहे गोवा के मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर का 63 साल की उम्र में निधन हो गया. उन्होंने अपने आवास पर अंतिम सांस ली. राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने ट्वीट कर निधन पर दुःख जताया. पिछले साल कैंसर का इलाज कराने के लिए मनोहर पर्रिकर अमेरिका भी गए थे. अमेरिका से इलाज करवा कर 15 सितंबर को वापस देश लौटे थे, पर्रिकर पैंक्रियाटिक कैंसर से जूझ रहे थे. अंतिम समय तक सेवा का लक्ष्य लेकर लगे रहे. गंभीर बीमारी के बावजूद भी अपने काम में तत्परता से लगे थे, इस दौरान उनके कई चित्र सोशल मीडया पर वायरल हुए थे. पर्रिकर वास्तव में कर्म के पुजारी थे.

जब भी सार्वजनिक जीवन में सादगी की चर्चा होगी तो मनोहर पर्रिकर का नाम सबसे पहले आएगा. गोवा के तीन बार मुख्यमंत्री रहे मनोहर पर्रिकर की छवि हमेशा सादगी भरी रही. मनोहर पर्रिकर को अक्सर स्कूटर पर यात्रा करने वाले मुख्यमंत्री के रूप में प्रस्तुत किया जाता था. वे मुख्यमंत्री रहते स्कूटर का इस्तेमाल करते थे. यहां तक कि कई पर्रिकर को आम आदमी की तरह कतार में खड़े हुए भी देखा गया.

एक बार मनोहर पर्रिकर पुणे में एक शादी के कार्यक्रम में कतार में खड़े नजर आए थे. इसके अलावा स्कूटर की सवारी करते हुए उनकी कई तस्वीरें वायरल हुई थीं.

अपनी सादगी के लिए प्रसिद्ध मनोहर पर्रिकर मोदी सरकार में रक्षा मंत्री भी रहे. वह पर्रिकर ही थे जिनके रक्षा मंत्री रहते भारत ने पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में सर्जिकल स्ट्राइक कर पाकिस्तान को सबक सिखाया था. सेना को आधुनिक बनाने के प्रयासों को गति देने का श्रेय भी पर्रिकर को ही जाता है.

मनोहर पर्रिकर 2000 से 2005, 2012 से 2014 तक गोवा के मुख्यमंत्री रहे, 2014 से 2017 तक देश के रक्षा मंत्री रहे. इस दौरान वे उत्तर प्रदेश से राज्यसभा के सदस्य थे. लेकिन 2017 में पुनः गोवा का मुख्यमंत्री बनने के बाद उन्होंने राज्य सभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था. मनोहर पर्रिकर ने साल 1988 में राजनीति में कदम रखा था और भारतीय जनता पार्टी से जुड़े. वर्ष 1994 में वह पहली बार गोवा विधानसभा में विधायक चुने गए थे. इसके बाद पर्रिकर 1994 से 2001 तक गोवा में बीजेपी के महासचिव और प्रवक्ता रहे.

13 दिसंबर 1955 को उत्तरी गोवा के मापुसा में जन्मे मनोहर पर्रिकर की स्कूली शिक्षा गोवा में ही मारगाओ से हुई. इसके बाद उन्होंने आईआईटी बॉम्बे में दाखिला लिया. साल 1978 में उन्होंने आईआईटी बॉम्बे से मेटलर्जिकल में इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी की. भारत के किसी राज्य के मुख्यमंत्री बनने वाले वह पहले व्यक्ति हैं, जिन्होंने आई.आई.टी. से स्नातक किया.

मनोहर पर्रिकर की साल 1981 में मेधा पर्रिकर से शादी हुई थी. साल 2000 में मनोहर पर्रिकर की पत्नी मेधा पर्रिकर का कैंसर के कारण निधन हो गया था.

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