लोक सभा चुनाव 2019 : भारतीय जनता पार्टी के पांचों टिकटों में कहीं पेच तो नहीं फंस गए?

0
70

उठा-पटक : पौड़ी में तीरथ पर दांव खेल खंडूड़ी की विरासत की जंग दिलचस्प बना सकती है भाजपा जबकि कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हरदा ने कहा-हम तो बूढ़े आदमी हैं

देहरादून : तो क्या भारतीय जनता पार्टी के पांचों लोकसभा टिकटों में पेच फंस गए हैं। शनिवार देर रात दिल्ली में भाजपा की केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक के बाद लग रहा था कि रविवार शाम तक भाजपा अपने प्रत्याशियों का ऐलान कर देगी। वास्तव में ऐसा नहीं हुआ, जबकि मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट रविवार को देहरादून लौट आए और पार्टी के व अन्य किस्म के कार्यक्रमों में शामिल हुए। 

माना जा रहा है कि 18 को दिल्ली में होने वाली भाजपा की केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक के बाद ही टिकटों की घोषणा होगी। भजापा ने टिकट की अंदरूनी लड़ाई ने ऐलान पर फिलहाल ब्रेक लगा दिया है। माना जा रहा था कि भाजपा पूर्व सीएम व मौजूदा सांसद भुवन चंद्र खंडूड़ी की गढ़वाल लोकसभा सीट के अलावा बाकी चार सीटों पर मौजूदा सांसदों को दोबारा टिकट देने के मूड में है। खंडूड़ी के पुत्र मनीष खंडूड़ी के कांग्रेस का दामन थामने के बाद भाजपा को नई रणनीति बनाने पर विचार करने पड़ा रहा है। माना जा रहा है कि भाजपा बीसी खंडूड़ी के खास सिपहसालार माने जाने वाले राष्ट्रीय सचिव तीरथ सिंह रावत को मनीष खंडूड़ी के सामने खड़ा कर लड़ाई को दिलचस्प बनाना चाहती है।

सीएम खेमे की ओर से इस सीट पर रिटा. एडमिरल ओपी राणा का नाम आगे किया गया ताकि कर्नल अजय कोठियाल की दावेदारी कमजोर हो। नैनीताल सांसद भगत सिंह कोश्यारी के चुनाव लड़ने से अनिच्छा जताने के बाद वहां पार्टी उनकी चिरौरी कर रही है। वहां कैबिनेट मंत्री यशपाल आर्य का नाम भी सामने आ रहा है। हरिद्वार सीट पर भले ही निशंक का नाम पक्का लग रहा हो लेकिन कैबिनेट मंत्री मदन कौशिक उनकी राह रोकने की कोशिश में हैं।

सीएम खेमा सीएम के तकनीकी सलाहकार नरेंद्र सिंह को आगे कर रहा है। टिहरी सीट में भी माना जा रहा है कि मौजूदा सांसद माला राज्य लक्ष्मी शाह की राह में विजय बहुगुणा को कांग्रेस में बगावत के दौरान किया गया वादा कांटे बो सकता है। अल्मोड़ा पिथौरागढ़ सीट में मौजूदा सांसद व केंद्रीय राज्य मंत्री अजय टम्टा की राह में राज्य की राज्यमंत्री रेखा आर्य खड़ी है। 

हम तो बूढ़े आदमी हैं : हरदा 

पूर्व सीएम हरीश रावत ने राहुल की रैली के बाद मीडिया से इशारों में काफी कुछ कह दिया। हरिद्वार से चुनाव लड़ने के सवाल पर कहा कि हम तो बूढ़े आदमी हैं, देखेंगे लड़ाने वाला भी तो चाहिए। रैली के बाद टीबी चैनलों ने रावत से पूछा कि क्या वह हरिद्वार से चुनाव लड़ रहे हैं तो उन्होंने कहा ‘‘हम तो बूढ़े आदमी हैं’ फिर सवाल आया कि क्या वाकई नहीं लड़ रहे तो उनका जवाब था, ‘‘देखिये, लड़ाने वाला भी तो चाहिए।’ उनके इस बयान की कांग्रेसजन थाह लेने की कोशिश कर रहे हैं। रावत ने राहुल गांधी के भाषण को सुपर बताते हुए कहा कि उन्होंने सुरक्षा, सामाजिक संरचना और कांग्रेस के भावी प्लान पर बात रखी। उन्होंने कहा कि मनीष खंडूड़ी को लाने का श्रेय राहुल गांधी को जाता है। 

LEAVE A REPLY