छह लूट की वारदातों ने मित्र पुलिस की सांसे फुलाई

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देहरादून। संवाददाता। राजधानी दून में इस वर्ष चार माह के दौरान हुई लूट की 6 वारदातों के खुलासों मे लम्बा समय बीत जाने के बाद भी मित्र पुलिस के हाथ अब भी खाली है। हालांकि लूट की हर वारदात के बाद पुलिस का यही दावा रहा है कि जल्द ही खुलासा कर दिया जायेगा। लेकिन खुलासा तो दूर पुलिस अब तक बदमाशों की पहचान तक भी नहीं कर पायी है। जिससें ऐसा प्रतीत होता है पुलिस मामलों का खुलासा करने में सांसे फुला बैठी है।

राजधानी देहरादून में मित्र पुलिस की कार्यशैली पर नजर डालो तो लगता है कि वह काफी गम्भीरता से अपनी ड्यूटी को अंजाम दे रही है। हर रोज चैकिंग के नाम पर जहां दुपहिया वाहन सवार आम जन को रोका जाता है तो वहीं बदमाश पुलिस की इसी कार्यशैली का फायदा उठाते हुए चार माह के दौरान दिन दहाड़े लूट की 6 बड़ी वारदातों को अंजाम दे चुके है। लेकिन बदमाशों का पुलिस के हत्थे चढ़ना तो दूर पुलिस अब तक उनका सुराग तक नहीं लगा पायी है। सबसे अहम बात यह है कि लूट की ये सभी वारदातें बदमाशों द्वारा दुपहिया वाहन पर सवार होकर ही अंजाम दी गयी है। जबकि हर शाम पुलिस का चैकिंग के नाम का ड्रामा जारी है। जैसे इससे पहले दुपहिया वाहन चैकिंग में पुलिस ने कोई बड़ा बदमाश गिरफ्तार किया हो।

बता दें कि लूट की पहली वारदात इस साल 14 फरवरी को बसंत विहार थाना क्षेत्र में अंजाम दी गयी थी जहां स्कूटी सवार लुटेरों ने ठेके के मैनेजर पर जानलेवा हमला कर पांच लाख लूट लिये थे। दूसरी वारदात 15 अपै्रल को नेहरूकालोनी थाना क्षेत्र में अंजाम दी गयी जहां लुटेरों ने दिन दहाड़े ज्वैलरी शोरूम में धावा बोल 10 लाख के जेवरात लूट लिये। इसके बाद 17 अपै्रल को बदमाशों ने शहर कोतवाली क्षेत्र के यूकेलिप्टस चौक पर महिला से पर्स लूट की घटना को अंजाम दिया। 22 अपै्रल को बदमाश रायपुर थाना क्षेत्र पहुंचे और उन्होने मार्निग वाक करती एक महिला से मंगलसूंत्र लूट की वारदात कर डाली।

3 मई को बदमाशों ने एक बार फिर शहर कोतवाली क्षेत्र में धावा बोला और उन्होने एक महिला पर जानलेवा हमला कर उससे पर्स लूट की घटना को अंजाम दिया। इन सभी घटनाओं का खुलासा हो भी नहीं पाया था कि बदमाशों ने 19 मई को ऋषिकेश क्षेत्र में एक सुनार को गोली मार उससे बैग लूट लिया। लूट की इन वारदातों में लम्बा समय बीत जाने के बाद भी पुलिस अब तक खाली हाथ है। हालांकि पुलिस की ओर से हर वारदात के बाद यही दावे रहे है कि वह मामले का जल्द खुलासा कर देगी! वहीं लूट की इन सभी वारदातों में समानता यह है कि हर वारदात में बदमाशों ने दुपहिया वाहन इस्तेमाल किया है जबकि पुलिस हर रोज चौक चाराहों पर दुपहिया वाहन चैकिंग करती नजर आती है!

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