कर्नाटक; बागी विधायकों की याचिका पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई शुरू, हिरासत में रोशन बेग

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खास बातें

-कर्नाटक संकट; विधायकों के इस्तीफों पर आज सुप्रीम कोर्ट में अहम सुनवाई।

-बी एस येदियुरप्पा का दावा, भाजपा 4-5 दिन में कर्नाटक में सरकार बनाएगी।

-कर्नाटक-जेडीएस सरकार का 18 जुलाई को होगा शक्ति परीक्षण, अनुपस्थित रह सकते हैं बागी विधायक।

-आईएमए पोंजी घोटाला; कांग्रेस से निलंबित और बागी विधायक रोशन बेग को एसआईटी ने हिरासत में लिया।

बंगलूरू। कर्नाटक में राजनीतिक उठापटक जारी है। मंगलवार को उच्चतम न्यायालय ने कांग्रेस के बागी विधायकों की याचिका पर सुनवाई होनी है। विधायकों ने विधानसभा अध्यक्ष (स्पीकर) पर सरकार के इशारे पर अपने इस्तीफे स्वीकार न करने का आरोप लगाते हुए याचिका दायर की है। पार्टी के बागी विधायक आनंद सिंह, के सुधाकर, नागराज, मुनिरत्न और रोशन बेग ने मुख्य न्यायशधीश रंजन गोगोई और न्यायमूर्ति दीपक गुप्ता की पीठ के सामने याचिका दाखिल की है। अदालत अब इन पांच बागी विधायकों की याचिका पर भी सुनवाई करेगी। पिछली सुनवाई के दौरान शीर्ष न्यायालय ने स्पीकर से यथास्थिति बनाए रखने को कहा था।

बागी विधायकों की याचिका पर सुनवाई शुरू
उच्चतम न्यायालय में बागी विधायकों की याचिका पर सुनवाई शुरू हो गई है। बागी विधायकों का पक्ष रखते हुए मुकुल रोहतगी ने कहा, सभी 10 याचिकाकर्ताओं ने 10 जुलाई को इस्तीफा दे दिया था। स्पीकर यदि चाहते हैं तो फैसला ले सकते हैं। चूंकि इस्तीफा स्वीकार करने और अयोग्यता दोनों अलग-अलग निर्णय हैं।

आईएमए पोंजी घोटाला ; कांग्रेस के बागी विधायक रोशन बेग हिरासत में लिए गए
करोड़ों रुपये के आईएमए ज्वेलर्स पोंजी घोटाला मामले में की जांच कर रही एसआईटी ने कांग्रेस से निलंबित विधायक रोशन बेग को हिरासत में ले लिया है। कर्नाटक के मुख्यमंत्री कुमारस्वामी ने बताया कि जिस वक्त बेग को हिरासत में लिया गया, वह उस वक्त बंगलूरू अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पर से चार्टर्ड विमान में सवार होने वाले थे। कुमार स्वामी ने अरोप लगाया कि प्रदेश भाजपा अध्यक्ष बीएस येदियुरप्पा के निजी सहायक संतोष भी बेग के साथ ही थे।

सनद रहे कि सिद्धारमैया सरकार में पूर्व मंत्री रहे बेग पर कंपनी के मालिक मोहम्मद मंसूर खान से 400 करोड़ रुपये लेने का आरोप है। हालांकि विधायक ने इन आरोपों को बेबुनियाद बताया है। खान पर 42 हजार निवेशकों के साथ 1500 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी का आरोप है।

सुनवाई के अध्यक्ष के समक्ष पेश नहीं हो सके दो बागी विधायक
दो बागी विधायक प्रदेश विधानसभा अध्यक्ष के आर रमेश कुमार के समक्ष सोमवार को सदन से अपने इस्तीफे पर व्यक्तिगत सुनवाई के लिए उपस्थित होने में विफल रहे। इन विधायकों में कांग्रेस और जेडीएस के एक-एक विधायक शामिल हैं।

सत्ता में बने रहने के लिये जरूरी आंकड़ों को लेकर जहां कांग्रेस-जेडीएस गठबंधन उलझन में है वहीं भाजपा की कर्नाटक इकाई के प्रमुख बी एस येदियुरप्पा ने सोमवार को कहा कि उन्हें अगले चार-पांच दिन में सरकार बनाने का पूरा भरोसा है।

येदियुरप्पा का दावा ऐसे वक्त आया है जब विधानसभा अध्यक्ष के आर रमेश कुमार ने मुख्यमंत्री कुमारस्वामी द्वारा दिये गए विश्वास मत के प्रस्ताव पर 18 जुलाई को चर्चा का वक्त दिया है। गौरतलब है कि कुमारस्वामी की सरकार 16 विधायकों के इस्तीफे के बाद गिरने के कगार पर है। येदियुरप्पा ने संवाददाताओं से कहा, ‘मुझे पूरा भरोसा है कि अगले तीन-चार दिन में भाजपा सरकार अस्तित्व में आ जाएगी। भाजपा कर्नाटक में श्रेष्ठ प्रशासन देगी।’

कुमारस्वामी सरकार का 18 जुलाई को होगा शक्ति परीक्षण
कर्नाटक की कांग्रेस-जेडीएस गठबंधन सरकार 18 जुलाई को विधानसभा में शक्ति परीक्षण का सामना करेगी। सत्तारूढ़ गठबंधन के कुछ विधायकों के इस्तीफे के बाद संकट का सामना कर रही एच डी कुमारस्वामी सरकार के बागी विधायकों को वापस अपने खेमे में लाने के प्रयासों के बीच विधानसभा अध्यक्ष के आर रमेश कुमार ने सोमवार को घोषणा की कि कुमारस्वामी की ओर से लाये गए विश्वासमत के प्रस्ताव पर 18 जुलाई को सदन में विचार किया जाएगा।

कुमार ने विधानसभा में बताया कि कार्य मंत्रणा समिति की बैठक के दौरान विपक्ष और सत्तारूढ़ गठबंधन के नेताओं के साथ विचार-विमर्श के बाद यह तारीख तय की गई है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री एवं सदन के नेता कुमारस्वामी की ओर से लाए गए विश्वास मत के प्रस्ताव पर पूर्वाह्र 11 बजे से सदन में विचार किया जाएगा।

विश्वास मत के दौरान अनुपस्थित रह सकते हैं कर्नाटक के बागी विधाय
मुंबई के एक होटल में रुके हुए कर्नाटक के विधायक विश्वासमत के प्रस्ताव पर 18 जुलाई होने वाली चर्चा के दौरान अनुपस्थित रह सकते हैं। एक सूत्र ने बताया कि मुंबई में डेरा डाले हुए कर्नाटक के बागी विधायकों के गुरुवार को बंगलूरू रवाना होने की संभावना नहीं है। उसी दिन कांग्रेस-जेडीएस गठबंधन सरकार को विश्वास मत हासिल करना है। सूत्र ने बताया कि कर्नाटक के तीन से चार विधायकों के भाजपा में जाने की संभावना है लेकिन वे मुंबई नहीं आएंगे।

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