प्रधानमंत्री के दून आगमन पर सुरक्षा में भारी चूक, मसूरी में बदमाश महिला को घायल कर लूट ले गए सामान-पढ़ने के लिए फोटों या लिंक टच करें।

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देहरादून। आशीष बडोला। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का आज (वीरवार) से दो दिवसीय मसूरी स्थित एलबीएस अकादमी दौरा है। जिसकों लेकर पिछले दो दिनों से पुलिस महकमा, डीजीपी से लेकर सिपाही तक कमर कसते दिखें। इन सबके बावजूद पुलिस की बड़ी लापरवाही सामने आई है। मसूरी एलबीएस अकादमी से सिर्फ चार किलोमीटर दूर लंढ़ौर क्षेत्र में बुधवार दोपहर बदमाशों ने अभिनव गोयल के घर में घुसे और चाकू से पत्नी ईशा गोयल पर वार किए। जिससे वो बेहोश हो गई। बदमाश नकदी और गहने लेकर फरार हो गए।

प्रधानमंत्री के दौरे को लेकर पुलिस कितनी सजग है। इसका पता इसी बात से चलता है कि बदमाश अपना काम कर फरार हो गए, मगर पुलिस को इसकी भनक तक नहीं लगी। जबकी पुलिस प्रधानमंत्री मोदी के दौरे को लेकर नाटकीय रिहर्सल पहले से करती रही।

वीवीआईपी दौरे की वजह से जनता को रूट डायवर्ट जैसी फजीहतों से गुजरना पड़ता है। मगर पुलिस की कार्यप्रणाली कितनी मुस्तैद है, ये लंढौर में हुई वारदात से पता चलता है। यदि उन बदमाशों की जगह कोई नामी बदमाश होते तो शायद प्रधानमंत्री की सुरक्षा में आसानी सेंधमारी हो सकती थी।

कम से कम पुलिस को ऐसे वीवीआईपी दौरे के लिए हफ्ते भर पहले से सजग रहना चाहिए। ऐसे ही चलता रहा तो दून ही नहीं इस तरह का अलसाया पन देश की सुरक्षा में भी घुसपैठ कर सकता है, क्योंकि दून में आईएमए सहित कई नामी केंद्रीय प्रतिष्ठान है।

बता दे कि मसूरी एलबीएस अकादमी में पहले भी रूबी प्रकरण देश की सुरक्षा पर सवाल उठा चुका है। जिसकी गूंज केंद्र सरकार तक को परेशान करती दिखी। हालांकि उस वक्त भी पुलिस एलबीएस अकादमी के डिप्टी डायरेक्टर गौरव जैन के खिलाफ कुछ नहीं कर सकी थी।

वहीं अब प्रधानमंत्री के आगमन से कुछ घंटे पहले मसूरी में बड़ी आपराधिक घटना होना। सुरक्षा तंत्र को शक के कटघरे में खड़ा करता नजर आ रहा है। मामलें में जब उत्तराखण्ड रिपोर्ट के संवाददाता ने मसूरी सीओं से फोन पर बात की तो, उन्होंने चुप्पी साधना ही बेहतर समझा और तुंरत फोन काट दिया।

इससे साफ जाहिर होता है, मित्र पुलिस ने प्रधानमंत्री के दौरे से पहले कड़े सुरक्षा इंतजाम नहीं किये थे, यदि किये होते तो अपराधी बेखौफ प्रधानमंत्री के आने से पहले इस खौफनाक घटना को अंाजम देकर फरार नहीं हो पाते।

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