नई दिल्ली में 19 से 21 फरवरी के बीच होगा चित्र भारती फिल्म फेस्टिवल-2018 का भव्य आयोजन; फेस्टिवल में प्रदर्शित होंगी वेहतरीन फिल्में।

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नोएडा (विसंके) : चित्र भारती के तत्वावधान में 19 से 21 फरवरी के मध्य नई दिल्ली में चित्र भारती फिल्म फेस्टिवल-2018 का आयोजन किया जा रहा है । इस में शार्ट फिल्म, एनिमेशन फिल्मस, कैम्पस फिल्मस तथा डाक्यूमेंट्री जैसी विविध श्रेणियों के चल चित्र प्रदर्शित किये जायेंगे। चित्र भारती फिल्म फेस्टिवल-2018 के बृहद आयोजन को ध्यान में रख कल यहाँ एक दिवसीय चलचित्र प्रोत्साहन कार्यशाला का आयोजन नोएडा स्थित रामाज्ञा इंटरनेशनल स्कूल में प्रेरणा जन संचार एवं शोध संस्थान के तत्वावधान किया गया।

कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि सुदर्शन चैनल के निदेशक श्री सुरेश चव्हाण, मुख्य वक्ता व उपाध्यक्ष चलचित्र भारती श्री राकेश मित्तल, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के उत्तर प्रदेश व उत्तराखंड के संयुक्त क्षेत्र प्रचार प्रमुख श्री कृपाशंकर व माखनलाल चतुर्वेदी पत्रकारिता विश्वविद्यालय के नोएडा परिसर प्रभारी श्रीमती रजनी नागपाल ने संयुक्त रूप से किया। उद्घाटन सत्र में श्री राकेश मित्तल ने कार्यक्रम के उद्देश्य तथा भारतीय चित्र साधना की स्थापना व उद्देश्य पर विस्तार से प्रकाश डालते हुए बताया कि हमारा लक्ष्य लघु फिल्मकारों को राष्ट्रीय स्तर पर मंच उपलब्ध कराना है। शार्ट फिल्म, एनिमेशन फिल्मस, कैम्पस फिल्मस तथा डाक्यूमेंट्री जैसी विविध श्रेणियों में युवा प्रतिभाओं को नवीन अवसर प्रदान कर उनकी प्रतिभा का परिचय जनमानस से कराना है।

उन्होंने कहा कि फिल्में जीवन से जुड़ी होती है। ऐसे में फिल्मों की सार्थकता तब है जब उनको देखने के बाद दर्शक अच्छे नागरिक बन सके। मुख्य अतिथि श्री सुरेश चव्हाण ने कहा कि एक फिल्म निर्माता को फिल्म निर्माण के दौरान मिशन, प्रोफेशन और मनोरंजन का ध्यान रखने के साथ ही राष्ट्र सर्वोपरि होना चाहिए। सत्र की अध्यक्षता कर रही श्रीमती रजनी नागपाल ने साहित्य और जीवन की अभिव्यक्ति वाली फिल्मों के निर्माण पर विशेष ध्यान केंद्रित करने की आवश्यकता बतायी। सत्र का संचालन मधुलिका सिंह ने किया। प्रथम तकनीकी सत्र में श्री राकेश मित्तल ने ‘सिनेमा का इतिहास तथा भारत में सिनेमा’ विषय पर विस्तार से चर्चा की। सत्र की अध्यक्षता कर रहे गलगोटियाज विश्वविद्यालय के डीन डा. अमिताभ श्रीवास्तव ने बताया कि सिनेमा भावनाओं का विम्ब है। ऐसे में यह ध्यान रखा जाना चाहिए कि वह समाज की सभी पक्षों को सामने लाने में सक्षम हो।

सत्र में विशिष्ट अतिथि के रूप में श्री पंकज के. सिंह मौजूद थे। सत्र का संचालन श्रीमती स्मृति सिंह ने किया। दूसरे तकनीकी सत्र में प्रसिद्ध फिल्म निर्देशक श्री सुदीप्तो सेन ने कार्यशाला में प्रतिभागियों से पट्कथा लेखन, कैमरा एंगल, लाइटिंग व पोस्ट प्रोड्क्शन की तकनीकी विशेषताओं पर चर्चा की। अपने अनुभव से प्रतिभागियों का मार्गदर्शन करते हुए उन्होंने कहा कि सिनेमा केवल प्रोफेशन नहीं है, बल्कि सिनेमा से जुड़े व्यक्ति को सिनेमा ही जीना होता है। सत्र की अध्यक्षता कर रहे लोकसभा टीवी सीईओ श्री आशीष जोशी ने एवं डा. बृजेश सिंह जी हिन्दुस्तान के संपादक ने वर्तमान परिप्रेक्ष्य में सिनेमा की उपयोगिता विषय पर अपने विचार रखे। सत्र का संचालन श्री मुकुल जी ने किया। अंतिम सत्र में सत्र की अध्यक्षता प्रेरणा जनसंचार एवं शोध संस्थान की निदेशक प्रो. वन्दना पांडेय ने की। धन्यवाद श्री पद्म प्रकाश जी, महानगर प्रचार प्रमुख ने किया। कार्यशाला के संयोजक मनीष गुप्ता थे। कार्यशाला में श्री पदम सिंह जी, पश्चिमी उत्तर प्रदेश के क्षेत्र प्रचार प्रमुख उपस्थित थे, कार्यशाला में विभिन्न शिक्षण संस्थानों के लगभग 150 विद्यार्थियों ने प्रतिभाग किया।

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