पीओके नेता तौकीर गिलानी ने कश्मीर पर पाकिस्तान के हक को खारिज कर दिया, बोले- कहां लिखा है कश्मीर तुम्हारा; फारूक अब्दुल्ला को भी मिला करारा जवाब।

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नई दिल्ली (एजेंसीज) : पाक अधिकृत कश्मीर (पीओके) में एक बार फिर पाकिस्तान के खिलाफ आवाज उठी है। शनिवार को पीओके नेता तौकीर गिलानी ने कश्मीर पर पाकिस्तान के हक को खारिज कर दिया। तौकीर ने मुजफ्फराबाद में कहा, ”यह कहां लिखा है कि कश्मीर पाकिस्तान में है? यह पाकिस्तान की मुस्लिम कॉन्फ्रेंस का प्रोपेगेंडा है, जिसकी कोई बुनियाद नहीं है”। उन्होंने कहा, ”हमारे बाथरूम पर भी यही लोग लिखकर जाते हैं कि कश्मीर बनेगा पाकिस्तान”।

तौकीर ने कहा, ”मीरवाइज उमर फारूख और सज्जाद लोन के पिता की हत्या के पीछे पाकिस्तान का हाथ था। इसके अलावा लिब्रेशन फ्रंट के मारे गए 650 लोगों की मौत के लिए जिम्मेदार जिहादियों को पाकिस्तान ने ही समर्थन दिया हुआ है।” तौकीर ने कहा, ”पाकिस्तान तथाकथित स्वतंत्रता सेनानियों के शवों को झंजे से लपेटने के लिए 30 हजार रुपये तक देता है”। उन्होंने कहा, ”बकवासबाजी की इंतहा होती है! टीवी पर आकर कहते हैं कि कश्मीरी नमक हराम है, हम तो 20 रुपये में इनका नमक खरीदते हैं, जिसको दुनिया में कोई नहीं खरीदता। अरे तुम तो पानी भी हमारा पीते हो”।

गौरतलब है कि कश्मीर में नेशनल कॉन्फ्रेंस के प्रमुख फारूक अब्दुल्ला ने पीओके को पाकिस्तान का हिस्सा बताया था। उन्होंने कहा था, ‘पीओके पाकिस्तान का हिस्सा है। इसलिए भारतीय पक्ष को उनकी आजादी के बारे में बात करनी बंद करनी चाहिए।’ इस बयान पर उन्हें बॉलीवुड एक्टर ऋषि कपूर का समर्थन मिला था। ट्विटर पर (11 अक्टूबर) ऋषि कपूर ने लिखा था, ‘फारूक अब्दुल्ला जी सलाम! आपसे पूरी तरह से सहमत हूं। जम्मू-कश्मीर हमारा है और पीओके उनका (पाकिस्तान का)। यहीं एक आखिरी रास्ता है जिससे इस समस्या को सुलझाया जा सकता है। स्वीकार कीजिए इसे।’

इस मामले पर केंद्रीय गृह राज्य मंत्री हंसराज अहीर ने बीते दिनों कहा था कि पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर भारत का हिस्सा है और अगर नई दिल्ली उसे इस्लामाबाद से छीनने की कोशिश करे तो हमें कोई रोक नहीं पाएगा। न्यूज एजेंसी पीटीआई ने अहीर के हवाले से लिखा था, ‘मैं कहता हूं कि पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर भारत का हिस्सा है और पिछली सरकारों की गलतियों के वजह से यह पाकिस्तान के साथ है। अगर हम लोग पीओके को वापस लेने की कोशिश करें तो हमें कोई भी रोक नहीं पाएगा, क्योंकि ये हमारा अधिकार है।’

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