1971 के युद्ध को याद कर पराक्रम से भर उठे जवान

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देहरादून। संवाददाता। गोरखा राइफल्स के पूर्व सैनिकों ने रविवार को पूर्व सैनिक मिलन समारोह का आयोजन किया। समारोह में गोरखा राइफल्स के पूर्व सैन्य अधिकारी, जेसीओ, जवान व उनके पारिवारिक सदस्यों ने हिस्सा लिया जैंतनवाला में आयोजित पूर्व सैनिक मिलन समारोह का बतौर मुख्य अतिथि सेवानिवृत्त कर्नल दलीप प्रधान ने शुभारंभ किया। मिलन समारोह का आयोजन वर्ष 1971 के भारत-पाक युद्ध में बटालियन को पूर्वी पाकिस्तान अब बांग्लादेश के दर्शना पोस्ट पर मिली विजय के उपलक्ष्य में किया गया था।

वक्ताओं ने बताया कि इस युद्ध में गोरखा राइफल्स की फाइव-वन बटालियन ने अदम्य साहस का परिचय देते हुए दुश्मन सेना को चित्त कर दिया था। चार दिसंबर 1971 की घटना को याद करते हुए बताया कि मोर्चे पर तैनात गोरखा सैनिकों ने दुश्मन सेना पर जबरदस्त गोलाबारी की और पोस्ट को अपने कब्जे में ले लिया था। उन्होंने गर्व करते हुए बताया कि दुश्मन देश को पछाड़ने पर बटालियन के कई जाबांजों को वीरता पदक से भी नवाजा गया।

वक्ताओं ने जानकारी दी कि वर्तमान में बटालियन दिल्ली स्थित राष्ट्रपति भवन की सुरक्षा में तैनात है। समारोह में वक्ताओं ने जैसे-जैसे अपने किस्से सुनाने शुरू किए तो युद्ध के किस्से एक बार फिर से जीवंत हो उठे। पूर्व सैनिकों ने सेना में बिताए पुराने दिनों को याद कर अपने अनुभव भी साझा किए।

उन्होंने कहा कि इस तरह के समारोह पूर्व सैनिकों को एक मंच पर लाते हैं। इस दौरान सभी पूर्व सैनिक व अधिकारी काफी रोमांचित नजर आएं। इस अवसर पर रिटायर कर्नल भारद्वाज, कैप्टन भरत राणा, कैप्टन सूरज बहादुर, सूबेदार मेजर दीपक बहादुर आदि पूर्व सैनिक व उनके पारिवारिक सदस्य भी उपस्थित रहे।

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