भूकंप के हलके झटकों से भी सहमा उत्तराखंड; रुद्रप्रयाग के कालीमठ घाटी का स्यांसू था केंद्र; बुधवार रात आठ बजकर 51 मिनट पर उत्तराखंड सहित समूचे उत्तर भारत में महसूस किये भूकंप के झटके

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देहरादून (संवाददाता) : बीते बुधवार रात को रात आठ बजकर 51 मिनट पर उत्तराखंड सहित समूचे उत्तर भारत में आये भूकंप के हल्के झटकों से भी लोग सहम गये। भूकंप के झटके महसूस होते ही लोग घरों से बाहर निकल आये। कई स्थानों पर तो भगदड़ की सी स्थिति देखी गई। भूकंप का केंद्र उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग जनपद की कालीमठ घाटी के स्यांसू में बताया गया है।

भूगर्भ वैज्ञानिकों के अनुसार भूकंप का केंद्र देहरादून से 122 किमी, पूर्व, जोशीमठ से 33 किमी. उत्तर-पश्चिम तथा मेरठ से 244 किमी. उत्तर-पूर्व में था। नैनीताल वेधशाला के वैज्ञानिकों ने भूकंप का केंद्र 30.71 उत्तरी अक्षांश तथा 79.27 पूर्वी देशांतर बताया है। भूकंप का केंद्र सतह से करीब दस किमी. नीचे आंका गया है। करीब 10 सेकेंड तक महसूस किये गये झटकों से पूरे पहाड़ में लोग घरों से बाहर निकल गये। भूकंप की तीब्रता 5 रिक्टर मापी गयी।अभी तक कहीं से किसी तरह के जान-माल के नुकसान की खबर नहीं है। उत्तराखंड आपदा न्यूनीकरण एवं प्रबंधन केंद्र के अनुसार पूरे प्रदेश से भूकंप के प्रभावों की जानकारी जुटाई जा रही है।

सभी जिलाधिकारियों को निर्देश दिये गये हैं कि वे अपने जिलों से भूकंप के प्रभाव की अद्यतन जानकारी शासन को उपलब्ध करायें। देहरादून मौसम विभाग से इसकी सटीक जानकारी काफी देर तक नहीं मिल पायी। मौसम केंद्र के कर्मचारी दिल्ली केंद्र से बात करके इसकी लोकेशन पता करते रहे। भूकंप के झटके देहरादून, हरिद्वार सहित समूचे पहाड़ के सभी स्थानों पर झटके महसूस किये गये। चमोली, रुद्रप्रयाग, बागेश्वर, कर्णप्रयाग, पिथौरागढ़, अल्मोड़ा, रामनगर, नैनीताल सहित समूचे पर्वतीय क्षेत्र में भूकंप के झटके महसूस किये गये।

पिछले वर्षो में बड़े भूकंपों से तबाही देख चुके उत्तराखंड के लोग भूकंप के झटकों से सहम गये। गैरसैंण में बृहस्पतिवार से प्रस्तावित विधानसभा सत्र को लेकर पहुंचे मंत्रियों, नेताओं व अफसरों में भूकंप के झटके महसूस होते ही हड़कंप अपने ठिकानों से बाहर निकल आये। पहाड़ों में खासकर जोशीमठ, गोपेश्वर, गैरसैंण, कर्णप्रयाग, रुद्रप्रयाग, गुप्तकाशी समेत तमाम जगहों में भूकंप के झटके ज्यादा महसूस किये गये।

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