2जी स्पेक्ट्रम घोटाले में सभी आरोपी बरी ; फैसले पर बोले वित्त मंत्री अरुण जेटली-इससे कांग्रेस को ईमानदारी का तमगा नहीं मिल जाता

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सुब्रमण्यन स्वामी ने कहा- वह इस फैसले से निराश नहीं हैं और सरकार को ऊपरी अदालत में इसे चुनौती देनी चाहिए।

नई दिल्ली  : केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) की पटियाला हाउस स्थित एक विशेष अदालत द्वारा 2जी घोटाला मामले में सभी आरोपियों को आज बरी किये जाने पर सरकार ने कहा है कि इससे कांग्रेस को ईमानदारी का तमगा नहीं मिल जाता। वित्त मंत्री अरुण जेटली ने यहां संसद परिसर में इस फैसले पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए संवाददाताओं से कहा कि अदालत का फैसला आने के बाद से ही कांग्रेस नेता ऐसा जता रहे हैं जैसे उन्हें ईमानदारी का तमगा मिल गया हो और अदालत ने उनकी नीति को ईमानदार नीति का प्रमाणपत्र दे दिया हो।

उन्होंने वित्त वर्ष 2007-08 में किये गये 2जी स्पेक्ट्रम आवंटन से लेकर 2016 तक के स्पेक्ट्रम आवंटन के आँकड़े पेश करते हुये यह बताने की कोशिश की कि इससे सरकारी खजाने को कितना नुकसान हुआ है। यह पूछे जाने पर कि क्या वह मानते हैं कि कोई घोटाला हुआ है, श्री जेटली ने कहा कि उन्होंने सारे आँकड़े और तथ्य मीडिया के सामने रख दिये हैं। उन्होंने कहा कि जाँच तथा अभियोजन एजेंसी अदालत के फैसले का अच्छी तरह अध्ययन करने के बाद आगे की रणनीति तय करेंगी।

उधर, भाजपा सांसद और टू जी स्पेक्ट्रम आवंटन मुकदमें को लेकर सक्रिय रहे सुब्रमण्यन स्वामी ने सभी आरोपियों को बरी किए जाने पर कहा है कि वह इस फैसले से निराश नहीं हैं और सरकार को ऊपरी अदालत में इसे चुनौती देनी चाहिए।

2जी स्पेक्ट्रम घोटाले में सभी आरोपी बरी

नई दिल्ली (प्रेट्र) : 2जी स्पेक्ट्रम घोटाले के पहले मामले में पूर्व दूरसंचार मंत्री ए राजा और द्रमुक सांसद कनिमोड़ी समेत सभी आरोपी तीनों मामलों में बरी हो गए हैं। फैसला आते ही कोर्टरूम तालियों से गूंज उठा। बताया जा रहा है कि सबूतों के अभाव में सभी अरोपियों को बरी किया गया है। फैसला सुनाते वक्‍त जज ने कहा कि सीबीआई आरोप साबित करने में नाकाम रही है। 2जी घोटाले में फैसला आते ही लोकसभा और राज्‍यसभा में कांग्रेस ने हंगामा शुरू कर दिया। अब सवाल यह उठता है कि घोटाला हुआ, तो फिर किसने किया?

अदालत का फैसला 
वकील विजय अग्रवाल ने बताया कि जज ने कहा कि सीबीआई आरोप साबित करने में नाकाम रही है, इसलिए सभी आरोपियों को बरी किया जाता है। सीबीआइ ने अभी पटियाला हाउस कोर्ट के फैसले पर कोई टिप्‍पणी नहीं की है। उन्‍होंने सिर्फ इतना कहा है कि हम फैसले की कॉपी का इंतजार कर रहे हैं। इसके बाद कोई निर्णय लिया जाएगा। इधर सूत्रों के हवाले से खबर मिल रही है कि प्रवर्तन निदेशालय ने पटियाला हाउस कोर्ट की विशेष सीबीआइ अदालत के फैसले के खिलाफ हाइकोर्ट जाने का निर्णय लिया है। हालांकि ईडी की ओर से अभी तक कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया गया है। 2जी घोटाले में बरी किए गए सभी आरोपियों से 5 लाख का बेल बॉन्ड भराया गया है, ताकि उच्च अदालत में मामला गया तो उनकी उपस्थिति सुनिश्चित की जा सके। वैसे बता दें कि सुप्रीम कोर्ट ने आवंटन को मनमाना बताते हुए फरवरी 2012 में सभी लाइसेंस रद कर दिए थे।

नहीं हुआ कोई घोटाला, विनोद राय मांगे माफी- कांग्रेस
डॉ. मनमोहन सिंह ने कहा कि हम कोर्ट के फैसले का सम्मान करते हैं। यूपीए सरकार के खिलाफ लगाए गए आरोप निराधार साबित हुए हैं। मुझे खुशी है कि अदालत ने कहा है कि यूपीए सरकार के खिलाफ बड़े पैमाने पर बिना किसी आधार के आरोप लगाए गए थे। कांग्रेस के वरिष्‍ठ नेता कपिल सिब्‍बल ने कहा कि आज मेरी बात सिद्ध हो गई, कोई भ्रष्‍टाचार नहीं हुआ, कोई घाटा नहीं हुआ है। अगर कोई घोटाला है, तो झूठ का घोटाला है। विपक्ष और विनोद राय के झूठ का घोटाला। कोर्ट का फैसला आने के बाद विनोद राय को सामने आकर देश की जनता से अपनी गलती के लिए माफी मांगनी चाहिए। इधर मनमोहन सिंह सरकार में पूर्व वित्‍त मंत्री रहे पी चिदंबरम ने कहा कि हमारी सरकार पर लगे बड़े घोटाले का आरोप झूठा था। आज यह साबित हो गया है।

हमारे खिलाफ षड्यंत्र रचे गए थे: डीएमके 
फैसला आने के बाद खुशी जाहिर करते हुए, कनिमोड़ी ने कहा, ‘मैं अपने उन सभी समर्थकों का धन्‍यवाद करती हूं, जो इस मुश्किल दौर में मेरे साथ खड़े रहे।’ डीएमके के वरिष्‍ठ नेता दुराय मुरुगन ने कहा कि विजय अब शुरू हुई, राजनैतिक उद्देश्यों के साथ यह मामला हमारे ऊपर थोपा गया था। हमारे खिलाफ षड्यंत्र रचे गए थे, लेकिन अब सब कुछ साफ हो गया है। द्रमुक नेता आरएस भारती ने कहा कि यह एक झूठा केस था। पिछले 2 विधानसभा चुनावों के दौरान यह मामला हमारे खिलाफ इस्तेमाल किया गया था, लेकिन अब यह गलत साबित हुआ है।

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