अल्मोड़ा। सितारगंज के सिडकुल क्षेत्र से अल्मोड़ा के डोल आश्रम घूमने पहुंचे युवकों में से एक की संदिग्ध हालात में मौत हो गई। उसके साथियों का कहना है कि वह गधेरे में गिर गया, जबकि परिजनों ने हत्या का आरोप लगाते हुए सभी 13 साथियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है। राजस्व पुलिस ने सभी को हिरासत में ले लिया है। मृतक सिडकुल में लेबर सप्लाई करता था।
पटवारी हेमचंद्र पलड़िया ने बताया कि रविवार को सितारगंज के 13 युवक जागेश्वर अल्मोड़ा निवासी राजेश भट्ट (36) पुत्र माधवनंद भट्ट के साथ लमगड़ा के डोल आश्रम घूमने आए। वहां से वापसी लौटते वक्त सभी लोग धारी के सरना मटियाल के जंगल में मीट और चावल बनाने के लिए ठहरे थे। सभी लोग शाम छह बजे तक जंगल में मौज-मस्ती करते रहे।
साथियों का कहना था कि पार्टी के बाद जब सभी लोग गाड़ी में पहुंचे तो राजेश कहीं दिखाई नहीं दिया। सभी ने उसकी खोजबीन शुरू करने के साथ आवाज देकर ग्रामीणों को बुलाया। ग्रामीणों के आने के बाद राजेश पास के गधेरे में गिरा मिला।
मृतक के सभी 13 साथियों के खिलाफ तहरीर
ग्रामीणों की मदद से गंभीर रूप से घायल और अचेत हालत में राजेश का निकाला गया, जहां से उसे भीमताल सीएचसी ले जाया गया तो उसे डॉक्टरों ने हल्द्वानी रेफर कर दिया, लेकिन बेस अस्पताल पहुंचने पर डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
भतीजे की मौत की खबर लगते ही मृतक के चाचा एवं जागेश्वर मंदिर समिति के सदस्य भगवान चंद्र भट्ट मौके पर पहुंचे। उन्होंने सोमवार को सरना राजस्व पुलिस को मृतक के सभी 13 साथियों के खिलाफ तहरीर सौंपी।
तहरीर के आधार पर राजस्व पुलिस ने दीपक सिंह, मंगली प्रसाद, ललित मोहन सुयाल, विजय सिंह, राजू कौड़ी, विशाल, दीपक लाल, रामगुप्ता, विक्रम रावत, राजेश सरकार, पूरन सिंह, आनंद सिंह और अजय कुमार के खिलाफ 302 के तहत हत्या का मुकदमा दर्ज कर लिया है। सभी आरोपियों के अलग-अलग बयान होने पर राजस्व पुलिस भी हत्या ही मान रही है। राजस्व पुलिस ने मौके से शराब की खाली बोतलें और अन्य सामान बरामद किया है।
इकलौते बेटे की मौत से पिता का हाल बुरा
तहसीलदार नितेश डांगर ने बताया कि राजेश भट्ट सितारगंज सिडकुल में ठेकेदारी करता था। रविवार को अपने साथियों के साथ घूमने के लिए आया था। सभी साथी उसी के अधीन काम करते हैं और सितारगंज और चोरगलिया निवासी हैं। राजस्व पुलिस सभी युवकों से पूछताछ कर रही है।
पटवारी पूरन चंद्र गुणवंत, हेमचंद्र पलड़िया, चंद्रनाथ गोस्वामी, रवि पांडे, प्रकाश सैनी, मोहम्मद शकील, हेमचंद्र जोशी की टीम पूछताछ में जुटी है। इकलौते बेटे राजेश भट्ट की मौत से पिता माधवानंद भट्ट का रो-रोकर बुरा हाल है। उनका कहना है कि राजेश के सिर और पैर में चोट आई है। उसे मारकर फेंका गया है।
पत्नी की हालत भी बिगड़ी
पोस्टमार्टम हाउस में पिता माधवानंद भट्ट ने रुंधे गले से बताया कि उनका बेटा सुबह छह बजे घर से निकला था। उसके साथी दो कारों से सैर सपाटा करने के लिए निकले थे। देर रात पता चला कि वह अब इस दुनिया में नहीं रहा। राजेश की चार साल की बेटी है। पत्नी की हालत भी बिगड़ गई है। उन्होंने बताया राजेश ने सितारगंज से सिसौना सैनिक कालोनी में मकान बनवाया था।
उन्होंने सैर सपाटा में साथ गए साथियों पर हत्या करने का आरोप लगाया। पिता का कहना था कि यदि पहाड़ी से गिरता तो उसके कपड़े पर खरोंच के निशान हो सकते थे लेकिन सिर्फ उसके सिर और पैर में चोट लगी है। मंगलपड़ाव पुलिस ने पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों के सुपुर्द कर दिया।