अल्मोड़ा। पहाड़ में बदहाल स्वास्थ्य सेवा व बेहतर सुविधा न होने से गर्भवती महिलाओं की मौत के मुद्दे पर कांग्रेसी मुख्यमंत्री के विरोध में सड़क पर उतर आए। सर्किट हाउस को जाने वाले माल रोड तिराहा पर सीएम के काफिले के आने से पूर्व कांग्रेसियों के प्रदर्शन पर पुलिस सकते में आ गई। उन्हें बैरंग लौटाने में खाकी को मशक्कत करनी पड़ी। इस दौरान युकां कार्यकर्ताओं व पुलिस के बीच तीखी नोकझोंक व धक्कामुक्की भी हुई।
हालिया जिला चिकित्सालय में बदइंतजामी से दो गर्भवती महिलाएं दम तोड़ चुकी हैं। दो दिनी दौरे पर अल्मोड़ा पहुंचे मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने बीते रोज सर्किट हाउस में पर्वतीय क्षेत्रों की खस्ताहाल स्वास्थ्य सेवा को ढर्रे पर लाने के लिए किए जा रहे प्रयास गिनाए थे। इधर गुरुवार को सोबन सिंह जीना विश्वविद्यालय में नागरिक अभिनंदन समारोह में हिस्सा लेने जा रहे मुख्यमंत्री का विरोध करने के लिए युवक कांग्रेस कार्यकर्ता सर्किट हाउस को जाने वाले माल रोड तिराहा पर जुट गए। सरकार विरोधी नारेबाजी के बीच प्रदर्शन किया।
आरोप लगाया कि राज्य सरकार पहाड़ में बेहतर स्वास्थ्य सेवा मुहैया कराने में नाकाम साबित हो रही है। चिकित्सकों व संसाधनों का अभाव दूर करने के बजाय घोषणाओं से गुमराह करने का आरोप भी लगाया। हालांकि पहले ही मुस्तैद पुलिस फोर्स ने कार्यकर्ताओं को सर्किट हाउस व सोबन सिंह जीना विश्वविद्यालय की ओर बढने से रोक लिया। प्रदर्शन करने वालों में युकां जिलाध्यक्ष निर्मल रावत, प्रधान संगठन के जिलाध्यक्ष धीरेंद्र सिंह गैलाकोटी, संदीप तड़ागी, नितिन रावत, अमित बिष्टड्ढ, पूर्व छात्र नेता आशीष पंत, विपुल कार्की, संजीव कर्मियाल, उमेश गुरुरानी आदि शामिल रहे।