अल्मोड़ा। आरासल्पड़ गांव (धौलादेवी ब्लाॅक) में युवक की गैरइरादतन हत्या मामले में कप्तान ने कड़ा रुख अपना लिया है। सनसनीखेज मामले में लिप्त आरोपितों की धरपकड़ को ताबड़तोड़ दबिश में किशोरी का पिता व पूर्व प्रधान भी पुलिस के हत्थे चढ़ गया। दोनों को न्यायालय के आदेश पर जेल भेज दिया गया है। तीन आरोपित पहले ही सलाखों में पहुंच चुके हैं।
दुस्साहसिक वारदात बीती बुधवार को सरयू घाटी के आरासल्पड़ गांव में हुई थी। यहां दो युवकों को ग्रामीणों ने कथित छेड़छाड़ के आरोप में घेर लिया था। एक को घंटों इस कदर पीटा गया कि अगले दिन उसने सीएचसी धौलादेवी में दम तोड़ दिया। मृतक भुवन जोशी पुत्र उमेश चंद्र के भाई रूवाल गांव निवासी गोविंद जोशी पुत्र उमेश चंद्र जोशी ने आरासल्पड़ गांव के शिवदत्त, हरीश चंद्र पांडे, चालक हरीश पांडे व किशोरी समेत आठ-दस ग्रामीणों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था।
इधर एसएसपी पंकज भट्ट के निर्देश पर हरकत में आई पुलिस ने तीन आरोपित गिरफ्तार कर लिए। वहीं वारदात के बाद वायरल हुए वीडियो के आधार पर शिनाख्त कर पुलिस व एसओजी टीम ने शनिवार को किशोरी के पिता शिवदत्त पुत्र प्रेम बल्लभ तथा पूर्व ग्राम प्रधान दयाकिशन पांडे पुत्र रेवाधर पांडे को दबिश देकर दबोच लिया।
इंटरनेट मीडिया पर कप्तान सख्त
गैरइरादतन हत्या मामले में इंटरनेट मीडिया में किशोरी का फोटो टैग कर की जा रही टिप्पणी पर कप्तान पंकज भट्ट ने कड़ा रुख अपना लिया है। उन्होंने कहा कि मामले में पूर्व प्रधान समेत पांच आरोपित पूर्व ग्राम प्रधान सहित पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है। उन्होंने लोगों से कानून व शांति व्यवस्था बनाए रखने, अनावश्यक वीडियो एवं नाबालिग किशोरी की फोटो को इंटरनेट मीडिया प्लेटफाॅर्म में शेयर न करने, आपत्तिजनक पोस्ट, भाषा, शब्दों का प्रयोग न करने की अपील की है। कप्तान ने ऐसे कृत्य करने वालों पर कानूनी कार्रवाई की चेतावनी दी है। वहीं दन्या थानाध्यक्ष संतोष देवरानी ने कहा कि मामले की गंभीरता से जांच की जा रही है। जितने लोग इस अपराध में शामिल है उन पर कार्रवाई की जाएगी।