अल्मोड़ा एसएसजे विवि परिसर के न्यू ब्वाॅयज छात्रावास में प्रथम वर्ष का एक छात्र फंटे पर लटका मिला। नैनीताल के रहने वाले छात्र ने तीन माह पूर्व ही विवि में प्रवेश लिया था। मौके से मिले सुसाइड नोट में उसने मौत के लिए स्वयं को जिम्मेदार बताया है। सूचना के बाद पुलिस ने मौके पर पहुंच शव का पोस्टमार्टम कराया और परिजनों को सौंप दिया। घटना से पूरे कैंपस में अफरा-तफरी रही।
जानकारी के मुताबिक स्नो व्यू मल्लीताल, नैनीताल निवासी मानव बिष्ट (20) पुत्र लक्ष्मण सिंह बिष्ट ने तीन माह पूर्व ही एसएसजे परिसर अल्मोड़ा में बीए प्रथम वर्ष में प्रवेश लिया था। शुक्रवार को उसने प्रथम सेमेस्टर की अंतिम परीक्षा दी और इसके बाद वह काफी देर तक अन्य साथियों के साथ बातचीत करता रहा। देर शाम वह छात्रावास के कमरे में चला गया। अन्य दिनों की तरह शनिवार सुबह परिजनों ने जब उसे फोन किया तो उसका फोन रिसीव नहीं हुआ।
परिजनों ने तब उसके साथियों से संपर्क किया। साथी जब उसके कमरे में पहुंचे तो दरवाजा अंदर से बंद था जो काफी देर बाद भी नहीं खुला। साथियों ने इसकी सूचना छात्रावास प्रबंधन को दी। प्रबंधन की सूचना पर पुलिस ने मौके पर पहुंचकर दरवाजा खोला तो भीतर उसका शव फंदे से लटका मिला। इस घटना से पूरे परिसर में अफरा-तफरी मच गई और सभी छात्र छात्रावास के पास जुटे रहे। पुलिस ने शव को कब्जे में लिया और परिजनों को घटना की सूचना दी। परिजनों के यहां पहुंचने के बाद शव का पंचनामा भर पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया। सीओ विमल प्रसाद ने कहा कि पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंपा गया है।
नहीं हो पा रहा है मां मुझसे, बहुत झूठ की जिंदगी जी ली
पुलिस के मुताबिक मानव के कमरे से एक सुसाइड नोट भी मिला है, इसमें उसने अपनी मौत का स्वयं को जिम्मेदार बताया है। सुसाइड नोट में मानव ने मौत को गले लगाने से पहले अपनी मां को संबोधित नोट लिखा। उसने अपनी मां के प्रति भावुक शब्द लिखे हैं। नहीं हो पा रहा है मुझसे मां, बहुत झूठ की जिंदगी जी ली, और मां मुझे कुछ प्रॉब्लन नहीं और न किसी से कोई गिला शिकवा है कुछ इस तरह के शब्द सुसाइड नोट में अंकित हैं। सीओ विमल प्रसाद ने कहा कि प्रथम दृष्टया यह आत्महत्या का मामला है। इससे पीछे के कारणों का पता लगाने की कोशिश की जा रही है।
घर का इकलौता चिराग था मानव
जानकारी के मुताबिक, मानव घर का इकलौता चिराग था। उसके पिता लक्ष्मण सिंह केएमवीएन से सेवानिवृत्त हैं। माता-पिता ने उसकी बेहतर शिक्षा के लिए उसे अल्मोड़ा भेजा। लेकिन इसी बीच हुई इस घटना में घर का इकलौता चिराग बुझ गया। छात्रावास अधीक्षक प्रो. नवीन बिष्ट ने बताया कि मानव के साथ एक अन्य छात्र भी छात्रावास के इस कमरे में रहता था जो वर्तमान में घर गया है। उसने अकेले में यह आत्मघाती कदम उठाया है।
छात्रावास में छात्र की मौत का पहला मामला
अल्मोड़ा एसएसजे परिसर के छात्रावास में छात्र की मौत का यह पहला मामला है। छात्र के इस आत्मघाती कदम से विवि और परिसर प्रबंधन को भी सोचने पर मजबूर कर दिया। छात्रावास अधीक्षक प्रो.नवीन भट्ट ने कहा कि छात्र का यह कदम हैरान करने वाला है। छात्रों का अवसाद दूर करने के लिए उनकी काउंसिलिंग की व्यवस्था होनी चाहिए। छात्रावास में सुरक्षा के इंतजामों की भी जरूरत है, इस मामले को विवि प्रबंधन के समक्ष रखा जाएगा।