अल्मोड़ा: उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने मुंशी हरि प्रसाद टम्टा शिल्पकला उन्नयन केंद्र को लेकर धरना दिया। उन्होंने भाजपा सरकार को चेताते हुए कि अगर जल्द केंद्र का कार्य शुरु नहीं होता तो आंदोलन को उग्र स्वरुप दिया जाएगा।
शनिवार को कर्नल सतीश चंद्र जोशी पार्क पर बाबा साहेब आंबेडकर व मुंशी हरि प्रसाद टम्टा की आदम कद मूर्ति के सामने कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने धरना प्रदर्शन किया।
पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि उन्होंने अपने कार्यकाल में पहाड़ की विलुप्त हो रही ऐतिहासिक शिल्पकला के संरक्षण के लिए दूरगामी सोच के तहत मुंशी हरि प्रसाद टम्टा शिल्पकला उन्नयन केंद्र का कार्य शुरू करवाया। समाज के अनुसूचित जाति वर्ग के युवाओं का पलायन रोकने ऒर उन्हें अपने गांव में ही रोजगार उपलब्ध कराने के लिए गरुड़ाबाज में 100 करोड़ की प्रस्ताव भी बनाया।
रावत ने कहा कि प्रथम चरण में छह करोड़ की धनराशि भी अवमुक्त कराई। इस दौरान वन भूमि हस्तांतरण के साथ उन्नयन केन्द्र के लिए सड़क पहुंचाने के साथ भवन का निर्माण आरंभ किया और भवन का निर्माण हो गया था। लेकिन भाजपा सरकार ने आते ही इसे ठंडे बस्ते में डाल दिया।
उन्होंने कहा कि अगर धामी सरकार यह कार्य शुरु नहीं करवाती तो आगामी दो अक्टूबर को राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की जयंती पर गरुड़ाबाज स्थित शिल्पकला केंद्र के भवन में उपवास करेंगे।
इस अवसर पर विधायक मनोज तिवारी, पूर्व विधानसभा अध्यक्ष गोविन्द सिंह कुंजवाल, पूर्व सांसद प्रदीप टम्टा, जिलाध्यक्ष भूपेंद्र सिंह भोज, गीता मेहरा, ललित फर्स्वाण, पीतांबर पांडे,राधा बिष्ट, तारा चंद्र जोशी, दीपा साह, त्रिलोचन जोशी, केवल सती, आनंद बगडवाल, राजेंद्र बाराकोटी, निर्मल रावत, किशन लाल, देवेंद्र बिष्ट, प्रताप राम आर्या, अमन अंसारी, दीवान सतवाल, वैभव पाण्डेय, एके सिकंदर पवार, पूरन सिंह रौतेला, मनोज सनवाल आदि मौजूद रहे।