17 दिन तक कोरोना से लड़ रहे पूर्व सीएम हरीश रावत ने भी कोरोना को हरा दिया। दिल्ली एम्स के चिकित्सकों ने रावत की रिपोर्ट निगेटिव आने पर उन्हें आज डिस्चार्ज कर दिया। रावत की पत्नी और अन्य परिजन पहले ही कोरोना से उबर कर स्वस्थ हो चुके हैं। रावत ने बीमारी के दौरान ख्याल रखने और शुभकामनाएं देने के लिए राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी, राहुल गांधी, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ शीर्ष नेताओं का आभार जताया ही। साथ ही उन्होंने सीएम तीरथ रावत, पूर्व सीएम त्रिवेंद्र रावत, राज्यसभा सांसद अनिल बलूनी समेत कई नेताओं को भी धन्यवाद दिया। साथ ही उन्होंने स्वास्थ्य सचिव अमित नेगी समेत तमाम स्वास्थ्य कर्मियों का भी आभार जताया। मालूम हो कि 25 मार्च को कोरोना से संक्रमित होने पर रावत सपरिवार दिल्ली एम्स में एडमिट हो गए थे।
पूर्व सीएम हरीश रावत की कोरोना के उपचार के बाद वापसी से सल्ट चुनाव में गरमाहट आने के आसार बढ़ गए। हांलाकि दिल्ली एम्स के डाक्टरों ने रावत को स्वास्थ्य लाभ के लिए आराम करने की सलाह दी है। लेकिन माना जा रहा है अपनी प्रतिष्ठा से जुड़ा चुनाव होने की वजह से रावत सल्ट जा सकते हैं। सीएम तीरथ रावत का भी भाजपा प्रत्याशी महेश जीना के समर्थन में चुनाव प्रचार के लिए 15 अप्रैल को सल्ट जाने का कार्यक्रम है। सूत्रों के अनुसार यदि रावत का स्वास्थ्य ठीक रहा तो वो भी 15 तक सल्ट जा सकते हैं। वर्ना वर्चुअल माध्यम का सहारा लिया जाएगा।
दरअसल, यह चुनाव रावत की प्रतिष्ठा से दोहरी तरह से जुड़ चुका है। रावत लंबे समय तक इस क्षेत्र का सांसद के रूप में प्रतिनिधित्व कर चुके हैं। दूसरा, वर्तमान कांग्रेस प्रत्याशी गंगा पंचौली को टिकट दिलाने में भी रावत की अहम भूमिका रही है। कांग्रेस को दूसरा धड़ा पूर्व विधायक रणजीत सिंह रावत या फिर उनके बेटे विक्रम रावत को चुनाव लड़ाने के पक्ष में था।
कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी देवेंद्र यादव और प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह भी 15 अप्रैल तक सल्ट में डटे रहेंगे। तो दूसरी तरफ, प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह रविवार सुबह एक बार फिर सल्ट को कूच कर गए। प्रीतम ने कहा कि भाजपा चुनाव सत्ता और धन बल का भरपूर इस्तेमाल कर रही है। लेकिन जनता भाजपा से बेहद नाराज है। कांग्रेस इस चुनाव में निश्चय ही जीत हासिल करेगी।