अल्मोड़ा : बारिश के बाद तीसरे दिन भी व्यवस्था सुचारू नही हो पाई है। बिजली, पानी का संकट बना हुआ है। जरूरी सामानों को लेकर गाड़ियां नही पहुची। प्रशासन राहत और बचाव कार्य में जुटा हुआ है। अभी भी 14 मोटर मार्ग बंद है। आम जनजीवन खासा प्रभावित हो रहा है।
जिले में बारिश के बाद आवागमन कई जगहों पर ठप पड़ा हुआ है। जिले में एक एनएच, 3 राज्य मार्ग व 10 ग्रामीण मोटर मार्ग बंद है। मार्ग बंद होने से करीब मुख्यालय सहित ग्रामीण क्षेत्रों की एक लाख से अधिक की आबादी सीधे प्रभावित हो रही है। मार्ग बंद होने से जरुरी सामान की भारी किल्लत हो गई है। लोगों को गुरुवार को भी बाजार में सब्जियां व जरूरी सामान तक नहीं मिल सका। जिससे जरुरी सामानों के रेट भी आसमान छूने लगे है।
व्यापारियों ने बताया कि तीन दिन से नीचे से मालवाहक ट्रक नही आए। जिससे यह दिक्कत हो रही है। मंडियों में ताजी सब्जी भी नही है। अब यह कब तक सामान्य होगा कहा नही जा सकता है। वैसे मौसम साफ होने के बाद लोगों को उम्मीद जग रही है। प्रशासन प्राथमिकता से मोटर मार्ग खोलने में जुटा हुआ है।
बिजली, पानी, संचार की व्यवस्था लड़खड़ाई
दो दिन की बारिश ने ही पूरी व्यवस्था पटरी से उखाड़ कर फैंक दी है। बिजली, पानी की व्यवस्था अभी तक सुचारु नही हो पाई है। मुख्यालय में भी यही हाल है। बिजली कब आ रही है कब जा रही कोई पता नही। वहीं कई ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली तीन दिन से आई ही नही। वहीं पानी का भी संकट बना हुआ है। कोसी नदी में सिल्ट आने से पानी की सप्लाई नही हो रही है। जिससे लोग अभी भी नौले-धारों के सहारे ही हैं। वहीं जररुत के लिए लोग बोतलबंद पानी का सहारा ले रहे हैं। होटल मालिक पानी की कमी के कारण अपने होटल किराए पर नही लगा रहे हैं। जिससे संकट काफी बढ़ गया है। व्यवसाइयों को खासा नुकसान उठाना पड़ रहा है। रास्ते में फंसे कुछ यात्रियों को इस कारण हाेटल भी नही मिल पाए।