- गांव के युवा पंकज गोस्वामी लॉकडाउन के दौरान कोलकाता से मार्च में घर लौटे।
- वह कोलकाता में स्वयंसेवी संस्था प्रयास चलाते हैं।
- पंकज महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय विचार मंच के प्रदेश संयोजक भी हैं।
- गांव आकर उन्होंने देखा की अवैध शराब की बिक्री और खरीद हो रही है।
- कई ग्रामीण शराब का सेवन करके घर में मारपीट और झगड़ा भी करते हैं।
- इससे गांव का माहौल अशांत है। इसका बच्चों पर भी दुष्प्रभाव पड़ रहा है।
अल्मोड़ा : धौलादेवी विकासखंड के तहत ग्राम पंचायत नाकोट के युवा कोरोना काल में गांव को नशा मुक्त बनाने की मुहिम में जुटे हैं। युवाओं ने गांव में शराब की अवैध बिक्री और खरीद पर प्रतिबंध लगा दिया है। गांव में घर-घर जाकर युवाओं की टोली हस्ताक्षर करवाकर ग्रामीणों को अभियान से जोड़ रही है। युवाओं ने शराब तस्करों को हफ्ते भर की चेतावनी दी है। युवाओं की यह मुहिम रंग भी लाने लगी है।
गांव के युवा पंकज गोस्वामी लॉकडाउन के दौरान कोलकाता से मार्च में घर लौटे। वह कोलकाता में स्वयंसेवी संस्था प्रयास चलाते हैं। पंकज महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय विचार मंच के प्रदेश संयोजक भी हैं। गांव आकर उन्होंने देखा की अवैध शराब की बिक्री और खरीद हो रही है। कई ग्रामीण शराब का सेवन करके घर में मारपीट और झगड़ा भी करते हैं।
इससे गांव का माहौल अशांत है। इसका बच्चों पर भी दुष्प्रभाव पड़ रहा है।
उन्होंने गांव के कुछ युवाओं से बात की और उन्हें गांव को नशा मुक्त करने के अभियान से जोड़ा। युवाओं की टोली अब गांव में घर-घर जाकर नशे के खिलाफ हस्ताक्षर अभियान चलाकर ग्रामीणों और महिलाओं को जोड़ रही है। युवाओं की मेहनत रंग लाने लगी है। गांव के आसपास अवैध शराब बेचने वाले अब ग्रामीणों को शराब बिक्री से भी कतराने लगे हैं।