अल्मोड़ा। सल्ट के समर को महज दो दिन बचे हैं। सत्तापक्ष व विपक्षी दल के रणनीतिकारों की नजर विधानसभा के सबसे बड़े प्राथमिक विद्यालय झिमार के बूथ पर टिकी है। यहां 1211 मतदाता हैं। अबकी समर में शत प्रतिशत मतदाता बूथ तक पहुंचा तो निर्णायक भूमिका में रहेगा। हालांकि चुनावी रण में बीच वाले बूथ, उससे भी कम संख्या वाले बूथ भी गठित बिगाड़ जाते हैं। इधर, जिला निर्वाचन अधिकारी की ओर से मत प्रतिशत बढ़ाने के लिए नुक्कड़ नाटकों का सहारा लिया जा रहा है।
सल्ट विधानसभा क्षेत्र के उपचुनाव में झिमार बूथ में सबसे ज्यादा 1211 मतदाता हैं। वहीं प्राथमिक विद्यालय भवाली में सबसे कम 200 मतदाता हैं। उपचुनाव में इस बार 49193 पुरुष व 47048 महिला वोटर यानी कुल 96241 मतदाता मताधिकार का इस्तेमाल करेंगे। विषम भौगोलिक परिस्थितियों से घिरे सल्ट क्षेत्र में पिछले दो विधानसभा चुनावों का मतदान प्रतिशत देखें तो आंकड़ा 50 प्रतिशत के इर्दगिर्द ही रहा।
वर्ष 2007 में हालांकि 57.69 फीसद मतदान हुआ। मगर 2012 में घट कर 51.70 तो 2017 में मत प्रतिशत 45.74 पर ही सिमट गया। 2019 के लोकसभा चुनाव में भी कमोवेश स्थिति यही रही। इस दफा उपचुनाव में मतदान प्रतिशत बढ़ाने को प्रशासन के साथ ही सियासी दल भी कोशिश में लगे हैं। वजह, साख का सवाल बन चुके इस समर में कम अंतर की हारजीत में एक-एक वोट मायना रखेगा।