अल्मोड़ा। पृथक पर्वतीय राज्य के लिए आंदोलन हो या पर्यावरण संरक्षण व बालिका सशक्तिकरण की मुहिम। जनसरोकारों से जुड़े मुद्दे अथवा राजनीति में दखल। सल्ट विधानसभा क्षेत्र में तो प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला ही महिला मतदाता करती आई हैं। मगर इस सीट से अब तक कोई विधानसभा नहीं पहुंच सकी। हालांकि कांग्रेस ने एक बार फिर महिला प्रत्याशी के रूप में गंगा पंचोली को मैदान में उतारा है। जनादेश ने उनका साथ दिया और महिला वोटरों ने करवट ली तो यह उपचुनाव नया इतिहास भी रचेगा।
आधी आबादी की राजनीति में बड़ी भूमिका व भागीदारी की वकालत के बीच सल्ट विधानसभा क्षेत्र के राजनीतिक मैदान में महिलाओं का अच्छाखासा दखल रहा है। मगर बात क्षेत्र के प्रतिनिधित्व की हो तो यहां से अब तक एक भी महिला ने विधानसभा की दहलीज नहीं देखी है। बीते 2017 के विधानसभा चुनाव में हालांकि कांग्रेस ने महिला प्रत्याशी गंगा पंचोली को मैदान में उतारा। उन्होंने भाजपा के सुरेंद्र सिंह जीना को कड़ी टक्कर दे चुनाव को दिलचस्प बना दिया था। इस दफा विपक्ष ने उपचुनाव में भी गंगा पर ही भरोसा जताया। जाहिर है, इस दफा महिलाओं का रुझान गंगा पंचोली की तरफ रहा तो चुनावी उलटफेर सल्ट का इतिहास भी बदलेगा।
मतदाताओं पर नजर
कुल मतदाता : 96241
पुरुष : 49193
महिलाएं : 47048
(उपचुनाव में 18081 पुरुष व 23470 महिलाओं ने मताधिकार का इस्तेमाल किया। यानी 49.88फीसद महिला व 36.75 प्रतिशित पुरुषों ने डाले वोट))
अब तक ये महिलाएं बनीं विधायक
= रमा पंत (कांग्रेस): अल्मोड़ा बारामंडल (70 के दशक में)
= सरस्वती तिवारी (कांग्रेस): अल्मोड़ा बारामंडल (90 के दशक में)
= सरस्वती टम्टा (कांग्रेस) : बागेश्वर विधानसभा (90 के दशक में)
= रेखा आर्या वर्ष 2012 में पहली बार सोमेश्वर सीट से बनीं विधायक