अल्मोड़ा : लमगड़ा ब्लाक की जैंती तहसील के मल्ला बिनौला गांव की होनहार बेटी नेहा भंडारी चार साल के कठोर श्रम के बाद थलसेना के (एमएनएस) में लेफ्टिनेंट बन गई हैं। हाल में आर्मी मेडिकल कालेज पुणे में हुई पासिंग आउट परेड में पिता महेंद्र सिंह भंडारी और माता जानकी भंडारी ने बेटी के कंधे पर स्टार लगाए तो उनकी खुशी से आंसू छलक आए।
सालम के मल्ला बिनौला निवासी नेहा भंडारी बचपन से ही मेधावी छात्रा रही है। उन्होंने हाईस्कूल और इंटर की शिक्षा आर्मी पब्लिक स्कूल रानीखेत से पूरी की। नेहा ने हाईस्कूल में 100 प्रतिशत तथा इंटर में 93.7 प्रतिशत अंक प्राप्त किए। 01 अगस्त 2013 में नेहा का चयन आर्मी मेडिकल कालेज पुणे में नर्सिग के लिए हो गया था। चार साल के कठोर प्रशिक्षण के बाद नेहा भंडारी भारतीय थल सेना में लेफ्टिनेंट बन गई है।
नेहा के पिता आर्मी के सेवानिवृत्त जेसीओ हैं जबकि माता गृहणी हैं। उनका बड़ा भाई सुमित भंडारी चिकित्सक की पढ़ाई कर रहा है, जबकि छोटी बहन अनु भंडारी बीबीए द्वितीय वर्ष में अध्यनरत है। नेहा ने सफलता का श्रेय प्रधानाचार्य कमलेश जोशी,अपने माता-पिता व भाई-बहनों को दिया है।
नेहा अपने गांब बिनौला से पहली महिला लेफ्टिनेंट बनी है। नेहा का कहना है कि आज बेटियां हर क्षेत्र में मुकाम हासिल कर रही हैं। अभिभावकों को बेटों के समान बेटियों पर भी ध्यान देना चाहिए।