परिवार के सात लोगों ने सोमवार रात पंचकूला में जहर खाकर आत्महत्या कर ली। मृतकों में दंपती, तीन बच्चे और परिवार के बुजुर्ग सदस्य शामिल हैं। सभी के शव एक कार में मिले हैं। मृतकों में दो की पहचान प्रवीन मित्तल और उनके पिता देशराज मित्तल के रूप में हुई है। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
परिवार देहरादून के कौलागढ़ का रहने वाला था। कौलागढ़ में यह परिवार तीन साल तक किराए पर रहा था। तीन साल पहले वह यहां से मकान छोड़ कर नींबूवाला में किराए पर रहने चले गए थे। उनकी पड़ोसी राजकुमारी नौटियाल ने यह जानकारी दी है। उन्होंने बताया कि यह परिवार एक एनजीओ भी चलाता था।
बता दें कि सोमवार रात करीब 11 बजे डायल 112 पर सूचना मिली कि मकान नंबर 1204 के बाहर खड़ी एक कार में कुछ लोगों ने आत्महत्या कर ली है। मौके पर पहुंची पुलिस ने गाड़ी में सवार छह लोगों को सेक्टर-26 के निजी अस्पताल अस्पताल में भर्ती कराया।
घर से बाहर एक और व्यक्ति तड़पते हुए निकला। पुलिस टीम उसको उपचार के लिए सेक्टर-6 स्थित नागरिक अस्पताल में ले गई। मृतकों की पहचान प्रवीन मित्तल और उसके पिता देशराज मित्तल और उनके परिवार के सदस्यों के रूप में हुई है।
सूचना मिलने के बाद डीसीपी हिमाद्रि कौशिक समेत अन्य वरिष्ठ पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे। पुलिस सूत्रों ने बताया कि प्रवीन मित्तल ने कुछ समय पहले देहरादून में टूर एंड ट्रैवल का कारोबार शुरू किया था जो चल नहीं पाया। उसमें उनको भारी घाटा हुआ। इसी कारण परिवार कर्ज में डूब गया था।
हालत इतनी खराब थी कि परिवार का गुजारा भी नहीं हो पाया था। इस घटना के बाद पूरे इलाके में मातम पसरा है और हर कोई इस दुखद त्रासदी से सदमे में है। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।