देहरादून। समाज कल्याण विभाग में हुए करोड़ों के छात्रवृत्ति घपले में आरोपित समाज कल्याण विभाग के संयुक्त निदेशक गीताराम नौटियाल को मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने तत्काल निलंबित करने के आदेश दिए हैं।
नौटियाल को दो दिन पूर्व मंगलवार को ही शासन ने बहाल करने के साथ ही समाज कल्याण निदेशालय में तैनाती भी दे दी थी। इस सबंध में शासन ने आदेश भी जारी कर दिए गए थे। इस बहुचर्चित मामले में राज्यभर में अब तक 115 मुकदमे दर्ज हो चुके हैं, जबकि समाज कल्याण के आधा दर्जन अफसरों समेत 79 लोगों की गिरफ्तारी हुई थी। अभी भी एसआइटी इस प्रकरण की जांच में जुटी हुई है।
समाज कल्याण विभाग में दशमोत्तर छात्रवृत्ति वितरण में हुआ यह घपला तब सामने आया था, जब कैग ने अपनी रिपोर्ट में छात्रवृत्ति वितरण पर सवाल उठाए। 2012 से 2016 के दरम्यान छात्रवृत्ति का वितरण ऐसे संस्थानों को भी कर दिया गया, जो वजूद में ही नहीं थे। न सिर्फ उत्तराखंड बल्कि अन्य राज्यों के शैक्षणिक संस्थानों को भी खुले हाथों से छात्रों को बांटी जाने वाली छात्रवृत्ति दे दी गई। बाद में मामले के तूल पकड़ने पर शासन ने इसकी जांच एसआइटी को सौंप दी।
गुरुवार को यह जानकारी सामने आई कि समाज कल्याण मंत्री यशपाल आर्य तक को नौटियाल की बहाली की सूचना नहीं दी गई। मुख्यमंत्री ने पूरे मामले पर सख्त नाराजगी दिखाई, उन्होंने गुरुवार शाम नौटियाल को तत्काल निलंबित करने के आदेश विभागीय सचिव को दे दिए।