बागेश्वेर। उत्तराखंड में मानसून के फिर सक्रिय होते ही पर्वतीय जिलों के लोगों की मुसीबत बढ़ हो गई है। कुमाऊं भर में बारिश का दौर जारी है। वहीं बागेश्वार जिले के कपकोट तहसील के सुमगढ़ गांव में मूसलाधार बारिश से पहाड़ी भरभरा कर गिर गयी। भूस्खलन से एक मकान मलबे में दब गया है। मकान में रहने वाले तीन लोगों की मलबे में दबकर दर्दनाक मौत हो गयी। जबकि एक बच्चे की जान बाल-बाल बची है।घटना की सूचना मिलते ही पुलिस, एसडीआरएफ व चिकित्सकों की टीम मौके पर रवाना हो गई है। गांव से 8 किलोमीटर पहले मोटर मार्ग भी बंद है। जिससे आपदा राहत, खोजबीन में देरी हो रही है।
रविवार की तड़के जिले में सभी जगह मूसलाधार बारिश व ओलावृष्टि हुई। बारिश से सबसे अधिक नुकसान कपकोट ब्लॉक में हुआ है। कपकोट ब्लॉक के सुमगढ़ गांव के इटावन तोक में एक मकान भूस्खलन की चपेट में आ गया। मकान में रह रहे तीन लोग गोविंद सिंह पांडा पुत्र प्रताप सिंह, खश्टी देवी पत्नी गोविंद सिंह व हिमांशु 8 वर्ष मलबे में दब गए। जिनकी मौत हो गयी है। तड़के तीन बजे का समय होने के कारण घर वालों को बचने का भी मौका नही मिला। गांव वालों के अनुसार सभी एक ही परिवार के है।
घटना की सूचना मिलते ही सुबह करीब 6 बजे एसडीआरएफ, पुलिस व चिकित्सकों की टीम मौके पर रवाना हो गई है। जगह-जगह मार्ग बंद होने के कारण खोजबीन राहत कार्यों में दिक्कत आ रही है। अभी बताया जा रहा है कि एसडीआरएफ की टीम मौके पर पहुंच गई है। उप जिलाधिकारी कपकोट प्रमोद कुमार ने बताया कि अभी घटना की जानकारी मिली है। खोजबीन राहत की टीम मौके पर है। तीन लोग बताए जा रहे है।
इधर जिले के सभी हिस्सों में बारिश का दौर रुक रुक कर जारी है। बारिश से सरयू, गोमती नदी उफान पर है। पुलिस ने भी नदी किनारे वाले रहने वाले लोगों को अलर्ट जारी किया है। पुलिस अधीक्षक अमित श्रीवास्तव ने कहा कि जल पुलिस भी तैनात की गई हैं और तटवर्ती क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को सतर्कता बरतने की अपील भी की जा रही है। कपकोट के ब्लॉक प्रमुख गोविंद दानु ने बताया कि तीन की मौत हो गयी है। तीनों एक ही परिवार के हैं।