बागेश्वर। पुलिस ने जीवनलाल आर्या तत्कालीन जिला युवा कल्याण अधिकारी व चित्रा पांडेय प्रधान सहायक जिला युवा कल्याण बागेश्वर को फर्जीवाड़े के मामले में गिरफ्तार किया है। उन पर फर्जी तरीके से पीआरडी जवानों की ड्यूटी दर्शा कर उनके वेतन को स्वयं निकालकर सरकारी धन का गबन करने का आरोप है।
अभियुक्त जीवनलाल आर्या को उसके स्थाई निवास ग्राम मालगांव दुगालखोला जनपद अल्मोड़ा से गिरफ्तार किया गया। जीवनलाल आर्या अगस्त 2011 से मार्च 2015 तक जिला युवा कल्याण अधिकारी के पद पर बागेश्वर में तैनात था और वर्तमान में सेवानिवृत्त होकर अपने उक्त पते पर निवास कर रहा था।
अभियुक्त ने अपने सह अभियुक्त चित्रा पांडेय के साथ मिलकर वर्ष 2013 में कुछ पीआरडी जवानों की तैनाती के बिना स्वीकृत आदेश के विवादित पीआरडी जवानों को मानदेय भुगतान किया गया और कुछ पीआरडी जवानों जिनके कोई अभिलेख न होने पर भी उक्त अभियुक्त ने अपने सह अभियुक्त के साथ मिलकर मानदेय भुगतान किया गया। उपरोक्त दोनों अभियुक्तों द्वारा अपने-अपने दो रिश्तेदारों की फर्जी नियुक्ति दर्शा कर उनको उचित तरीके से मानदेय भुगतान किया गया, जबकि सात अन्य पीआरडी जवानों का फर्जी नाम दर्शाकर बिना पते व खाता के अनुसूचित तरीके से मानदेय भुगतान किया गया उपरोक्त दोनों अभियुक्तों द्वारा कुल 318410 रुपये लगभग सरकारी पैसे का दुरुपयोग किया गया।