चमोली जिले के कर्णप्रयाग ब्लाक के वेनीताल को सरकार और पर्यटन विभाग एस्ट्रो विलेज के रूप में विकसित करने की तैयारी कर रहा हैं। पर्यटन विभाग ने इस काम की जिम्मेदारी गढ़वाल मंडल विकास निगम को सौंपते हुए पांच करोड़ की डीपीआर शासन के लिए भेजी है पर्यटन विभाग ने शासन को भेजा पांच करोड़ का प्रस्ताव भेजा गया है,एस्ट्रोनॉमी में रूचि रखने वाले पर्यटक कर सकेंगे तारामंडल का दीदार कर पाएंगे।
चमोली जिले के कर्णप्रयाग ब्लाक में स्थित वेनीताल अपार सुंदरता से भरा है। समुद्र तल से करीब दो हजार छह सौ मीटर की ऊंचाई पर स्थित वेनीताल के टीले से आकाश बिल्कुल साफ दिखता है। जिससे यहां पर्यटन विभाग ने एस्ट्रो विलेज के रूप में विकसित करने की योजना बनाई है। विभागीय अधिकारियों की मानें तो वेनीताल को टूरिस्ट डेस्टीनेशन बनाने के लिए लंबे समय से कवायद हो रही थी।
13 जिले 13 डेस्टीनेशन भी की शामिल
प्रदेश सरकार की 13 जिले 13 डेस्टीनेशन के तहत पहले भराड़ीसैंण को चयनित किया गया था। लेकिन भराड़ीसैंण में भूमि न मिलने पर इस योजना को भी वेनीताल के एस्ट्रो विलेज वाली योजना में शामिल किया गया।
हट्स भी बनेंगे, रोजगार भी मिलेगा
जिला पर्यटन अधिकारी बृजेंद्र पांडे ने बताया कि वेनीताल में पेड़ों के नीचे हट्स, गेस्टहाउस सहित अन्य निर्माण किए जाएंगे। साथ ही एक डॉम बनाया जाएगा जिससे पर्यटक अंतरिक्ष में विभिन्न आकाशीय घटनाओं को निहार सकेंगे। साथ ही युवाओं और महिलाओं को रोजगार के अवसर भी मिलेंगे।
सीएम ने 15 अगस्त को की थी घोषणा
कर्णप्रयाग के विधायक सुरेंद्र सिंह नेगी ने कहा कि सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने 15 अगस्त को वेनीताल में एस्ट्रो विलेज बनाने की घोषणा की थी। जिस पर विभाग ने काम शुरू कर दिया है। इससे कर्णप्रयाग और गैरसैंण विकासखंडों में पर्यटन गतिविधियां बढ़ेंगी।