औली घूमने आए मुंबई के पर्यटकों की मौत की अब भी नहीं सुलझी गुत्थी, गोरसों में मिल थे दो शव

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गोपेश्वर(चमोली)। चमोली जिले के औली में गोरसों में मिले दोनों पर्यटकों के शवों की गुत्थी अब तक नहीं सुलझ पाई है। प्राथमिक जांच में यह तो पता चल गया है कि दोनों पर्यटक मुंबई के थे और वह औली घूमने आए थे। परिचय पत्र में मिले फोन नंबर पर संपर्क करने पर वह स्विच आफ बता रहा है, इसलिए उनके आपसी रिश्ते की जानकारी भी नहीं मिल पा रही है। फिलहाल चमोली पुलिस ने मुंबई के वर्ली थाना पुलिस के माध्यम से उनके स्वजन को जानकारी दे दी है। इधर, दोनों शवों को जिला चिकित्सालय की मोर्चरी में रखा गया है और उनके स्वजन का इंतजार किया जा रहा है।

औली से चार किलोमीटर ऊपर गोरसों में शनिवार को वन विभाग को दो शव बर्फ में दबे होने की सूचना मिली थी। सूचना के बाद एसडीआरएफ, राजस्व पुलिस व पुलिस ने शवों व सामान को रेस्क्यू कर जोशीमठ लाया था। पुलिस अधीक्षक श्वेता चौबे ने बताया कि दोनों पर्यटक मुंबई के थे और उनके नाम 50 वर्षीय संजीव गुप्ता व महिला का नाम 35 वर्षीय सिम्सा गुप्ता थे। बताया गया कि संजीव गुप्ता फ्लैट नंबर 2006, बीसवां फ्लोर, एमएचडीए कांप्लेक्स, गणपतराव मार्ग, वेस्ट मुंबई (महाराष्ट्र) के निवासी थे।

बताया गया कि 12 दिसंबर को दोनों पर्यटक जोशीमठ में गढ़वाल मंडल विकास निगम के गेस्टहाउस में ठहरे थे। 13 दिसंबर को ये पर्यटक रोपवे से औली गए थे। 15 दिसंबर को इन्हें रोपवे से वापस आना था। बताया गया कि दो दिन तक ये पर्यटक औली में जीएमवीएन के गेस्ट हाउस में ठहरे हुए थे। पर्यटकों के पास से मोबाइल नहीं मिले हैं, हालांकि परिचय पत्र में मिले नंबर पर फोन करने पर मोबाइल स्विच आफ मिले।

पुलिस अधीक्षक श्वेता चौबे का कहना है कि एसडीआरएफ की प्राथमिकता शवों को निकालना था। घटनास्थल के आसपास बर्फ हटाने के बाद ही मोबाइल गायब होने को लेकर कुछ कहा जा सकता है। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि घटना की सूचना मुंबई के वर्ली थाने को दे दी गई है। कोतवाली प्रभारी राजेंद्र खोलिया का कहना है कि होटल के रजिस्टर में महिला का नाम सिम्सा संजीव गुप्ता दर्ज है। स्वजन के आने के बाद ही युवती व मृतक के बीच संबंधों की स्थिति स्पष्ट हो पाएगी।

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