शीतकालीन पर्यटन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से स्थानीय युवाओं ने नई पहल शुरू की है। इसके तहत युवाओं ने औली से नीती गांव तक के लिए सफारी वाहन सेवा शुरू की है जिससे पर्यटकों को पूरी घाटी की सैर कराई जा रही है।
शीतकाल में नीती घाटी में पर्यटन गतिविधियां काफी कम हो जाती हैं। मगर घाटी में बर्फ पड़ने से यहां का दृश्य आकर्षक हो जाता है। घाटी में पर्यटन को बढ़ावा देने और शीतकालीन पर्यटन को देखते हुए युवाओं ने सफारी वाहन सेवा शुरू की है। इसमें औली से नीती घाटी तक पर्यटकों को सफारी से ले जाया जा रहा है।
बीच में पड़ने वाले हिल स्टेशनों से रूबरू कराते हुए बाबा बर्फानी के दर्शन कराने के साथ ही नीती गांव तक पर्यटकों को ले जा रहे हैं। स्थानीय युवा अंशुमान बिष्ट, दिव्य दर्शन फोनिया, देवेश डुंगरियाल, शैलेंद्र रावत आदि ने यह सफारी शुरू की है। यहां नीती घाटी के कुछ युवाओं के होम स्टे भी हैं जहां पर पर्यटकों के खाने-पीने से लेकर ठहरने की भी व्यवस्था है। उन्होंने बताया कि औली से नीती घाटी का पर्यटकों को सफर कराया जा रहा है। शीतकालीन पर्यटन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से उन्होंने इस योजना को शुरू किया है।