देहरादून। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने उत्तराखंड की ग्रीष्मकालीन राजधानी गैरसैंण (भराडीसैंण) विधानसभा परिसर में स्वतंत्रता दिवस पर ध्वजारोहण कर स्वर्णिम इतिहास रचा। यह पहला मौका है जब प्रदेश के किसी मुख्यमंत्री ने गैरसैंण में ग्रीष्मकालीन राजधानी घोषित होने के बाद स्वतंत्रता दिवस पर ध्वजारोहण किया। इस दौरान सीएम ने गैरसैंण में कोरोड़ों की लागत की योजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण भी किया। इसके बाद कोरोना वॉरियर्स को सम्मानित किया गया। इस दौरान सीएम ने कोरोना संक्रमित मरीजों के इलाज लिए भराडीसैंण में बनाए गए कोविड केयर सेंटर का निरीक्षण कर स्वास्थ्य व्यवस्थाओं का जायजा भी लिया।सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत उत्तराखंड की ग्रीष्मकालीन राजधानी भराड़ीसैंण पहुंचे। उन्होंने देश के स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों और राज्य आंदोलनकारियों को याद किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि जनभावनाओं के अनुरूप ही राज्य में विकास कार्यों को आगे बढाने के लिए उनकी सरकार संकलपबद्ध है। सीएम ने कहा कि आज भराड़ीसैंण में हम सब लोग राज्य आंदोलनकारियों के बलिदान ओर समर्पण से ही एकत्रित हुए हैं। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने 76 करोड़, 67 लाख, 65 हजार की विभिन्न विकास योजनाओं का शिलान्यास और लोकापर्ण करते हुए जनपदवासियों को बडी सौगात भी दी।इसके बाद सीएम ने दस कोरोना वॉरियर्स को सम्मानित कर विधानसभा परिसर स्थित सीएम आवास में वृक्षारोपण किया। सीएम ने गैरसैंण के लिए दर्जनभर भर नई घोषणाए कर सौगात दी, जिसके बाद वे भराड़ीसैंण में बने कोविड केयर सेंटर का निरीक्षण करने पहुंचे। इस अवसर पर विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद्र अग्रवाल विधानसभा उपाध्यक्ष रघुवीर सिंह चौहान सहित क्षेत्रीय विधायक सुरेंद्र सिंह नेगी थराली विधायक मुन्नी देवी शाह और गणमान्य नागरिक मौजूद रहे।गौरतलब है कि विधानसभा बजट सत्र के दौरान सीएम रावत ने इसी साल चार मार्च को सदन में बजट पेश करने के बाद गैरसैंण (भराडीसैंण) को प्रदेश की ग्रीष्मकालीन राजधानी घोषित किया था। ग्रीष्मकालीन राजधानी घोषित करने के बाद पहली बार मुख्यमंत्री ने भराडीसैंण पहुंचकर स्वतंत्रता दिवस पर ध्वजारोहण किया।
इन योजनाओं का किया शिलान्यास
सीएम ने जिन योजनाओं का शिलान्यास किया, उनमें कर्णप्रयाग विधानसभा क्षेत्र में बुंगीधार-मेहलचैरी-बछुवाबाण मोटर मार्ग के 51 किमी में डामरीकरण और सुधारीकरण, गैरसैंण में पुनगांव-विषौणा मोटर मार्ग सुधारीकरण और डामरीकरण(लागत 312.93 लाख), गोपेश्वर में ईवीएम वेयर हाउस का निर्माण(लागत 223.31 लाख), पोखरी के विनायकधार में स्व. नरेंद्र सिंह भण्डारी की मूर्ति स्थापना और पार्क विकास निर्माण कार्य(लागत 14.30 लाख), भराडीसैंण में हैलीपैड निर्माण(लागत 216.76 लाख), राइंका थिरपाक में भौतिक, रसायन और जीवविज्ञान प्रयोगशाला निर्माण(लागत 82.02 लाख), हाईस्कूल पुडियाणी में रमसा के तहत विविध कार्य(लागत 74.14 लाख), गैरसैंण में अक्षयबाडा पेयजल योजना(लागत 83.53 लाख), सारिगंगाव ग्राम समूल पेयजल योजना लागत 94.79 लाख, टंगणी तल्ली से टंगणी मल्ली तक मोटर मार्ग(लागत 260.46), कुहेड मैठाणा से रोपा चलधर मोटर मार्ग निर्माण(लागत 441.58 लाख)।
कुहेड-मैठाणा पलेठी-सरतोली-मथरपाल-नैथोली मोटर मार्ग लागत(989.23 लाख), मारवाडी-थेंग मोटर मार्ग(लागत 813.08 लाख), मारवाडी-पुलना मोटर मार्ग(लागत 673.50 लाख), बूंगीधार-मैहलचैरी-बछुवाबाण मोटर मार्ग के किमी 12 से कोलानी मोटर मार्ग(लागत 296.69 लाख), रोहिडा-पज्याणा मोटर मार्ग(लागत 353.09 लाख), गौचर-ढमढमा मोटर मार्ग(लागत 806.04 लाख), नंदप्रयाग-घाट मोटर मार्ग के किमी 11 से मंगरोली मोटर मार्ग(182.44 लाख) और घाट-थराली मोटर मार्ग के किमी 10 से स्यारी मोटर मार्ग(लागत 108.23 लाख) शामिल है।
इन योजनाओं का लोकार्पण
जिलासू-उत्तरौं मोटर मार्ग डामरीकरण कार्य(लागत 185.06 लाख), गैरसैंण में क्रीडा स्थल का विस्तारीकरण और विकास कार्य(लागत 65.81 लाख), कर्णप्रयाग में बाला से सिरकोट मोटर मार्ग नवनिर्माण(लागत 65.81 लाख), आदिब्रदी-नौटी से कॉसुवा होते हुए चांदपुर गढी तक नवनिर्माण कार्य(लागत 250.64 लाख), चेपडो गधेरे में लौह सेतु का निर्माण(लागत 214.89 लाख), राइंका कुराड में कम्प्यूटर, पुस्तकालय और आर्ट क्राफ्ट भवन निर्माण(लागत 50.46 लाख), राउमावि कण्डवाल में कम्प्यूटर, पुस्तकालय और आर्ट क्राफ्ट भवन निर्माण(लागत 55.25 लाख), राउमावि सणकोट में प्रयोगशाला, कम्प्यूटर, पुस्तकालय और आर्ट क्राफ्ट भवन निर्माण(लागत 74.94 लाख), गैरोली-मल्ली ग्राम समूह पेयजल योजना (लागत 154.77 लाख), हेलंग-ल्यारी-उर्गम मोटर मार्ग स्टेज-2(लागत 225.35 लाख) और गीबर से पैब मोटर मार्ग शामिल है।