चमोली। अचानक ऋषिगंगा नदी का जलस्तर बढ़ने के चलते तपोवन में रेस्क्यू ऑपरेशन रोका गया है। रैणी गांव से नदी में पानी बढ़ने की सूचना के बाद टनल के भीतर और टनल के बाहर आसपास के क्षेत्रों में बचाव कार्य में जुटी टीमें सुरक्षित स्थान पर भेज दी गई हैं। बता दें कि टनल के भीतर मलबा हटाने का काम चल रहा था। टनल के भीतर फंसे 34 सदस्यीय दल तक पहुंचने के लिए टनल से मलबा साफ किया जा रहा था।
चमोली में तपोवन विष्णुगाड परियोजना की टनल में फंसे लोगों को रेस्क्यू करने में पल-पल नई चुनौती पेश आ रही है। बुधवार मध्यरात्रि ड्रिल करके काम कर रही टीम का पता लगाने की जिस रणनीति पर काम शुरू किया गया था, सुबह ग्यारह बजे उसे बदलना पड़ा। अब फिर से मुख्य टनल की सफाई कर टी प्वाइंट की तरफ बढ़ने की रणनीति पर काम करने का फैसला किया गया है। छह मीटर ड्रिल के बाद लोहे का जाल और कंक्रीट की मजबूत सतह मिलने के चलते और गहराई में ड्रिलिंग संभव नहीं हो पा रही है।
#WATCH Uttarakhand: JCB machines, equipment and rescue teams exit the tunnel in Joshimath, Chamoli district where rescue operation is underway, as the operation has been temporarily halted due to a rise in the level of water in Rishiganga river. pic.twitter.com/u8JhPqCyFB
— ANI (@ANI) February 11, 2021
इसीलिए ड्रिलिंग रोककर अब फिर से मुख्य टनल से मलबा हटाने का काम शुरू किया जा रहा है। टनल के भीतर रविवार से 34 लोग फंसे हुए हैं। ये सभी फलशिंग टनल में काम करने गए थे। डीजीपी अशोक कुमार ने कहा कि बचाव अभियान के तहत हम कल तक सुरंग में मलबा हटाने का काम कर रहे थे। अंदर देखने के लिए हमने छोटी सुरंग में ड्रिलिंग भी शुरू की थी, लेकिन मशीन के टूटते ही इसे अस्थायी रूप से रोक दिया गया है।
एनटीपीसी के परियोजना निदेशक उज्जवल भट्टाचार्य ने बताया कि हम 6 मीटर की दूरी तक पहुंच गए थे और फिर हमने देखा कि वहां पानी आ रहा है। अगर हम काम जारी रखते तो चट्टानें अस्थिर हो सकती थीं, इससे समस्या हो जाती। इसलिए हमने ड्रिलिंग ऑपरेशन को कुछ समय के लिए रोक दिया है।
चमोली पुलिस के अनुसार नदी में पानी का स्तर बढ़ रहा है, आस-पास के इलाकों में रहने वाले लोगों को सतर्क किया जा रहा है। लोगों से अनुरोध है कि वे सतर्क रहें और घबराएं नहीं।