चमोली। चमोली आपदा के बाद राहत और बचाव कार्य युद्धस्तर पर जारी है। तपोवन-विष्णुगाड परियोजना की एक सुरंग में फंसे करीब 34 व्यक्तियों को सुरक्षित निकालने के लिए टीमें कार्या में जुटी हुई है। गौरतलब है रैंणी गांव के समीप बीते सात फरवरी को एवलांच से 13 मेगावाट का ऋषिगंगा पावर प्रोजेक्ट तबाह हो गया, जबकि 520 मेगावाट का तपोवन-विष्णुगाड प्रोजेक्ट का बैराज क्षतिग्रस्त हो गया।
रातभर चले ऑपरेशन में सुरंग से 130 मीटर तक मलबा हटाया जा चुका है। वहीं, आइटीबीपी जवान प्रभावित गांवों में पैदल पहुंचकर राहत सामग्री पहुंचा रहे हैं।
आपदा के बाद कई गांवों का सड़क से संपर्क कट गया है। ऐसे में आइटीबीपी के जवान भी राहत और बचाव कार्यों में जुटे हुए हैं। जवान छह से आठ किलोमीटर पैदल चलकर प्रभावित गांवों में राहत सामग्री लेकर पहुंच रहे हैं।