डुंग्री गांव के आल्यूं तोक में बारिश के दौरान भूस्खलन के मलबे में दबे दो लोगों के शव बृहस्पतिवार को घटना के नवें दिन बाद मिले। हादसे के बाद से ही पुलिस, एसडीआरएफ, एनडीआरएफ और एसएसबी के जवान उनकी खोज में जुटे थे।ग्राम प्रधान नरेंद्र रावत ने बताया कि 19 अक्तूबर को बारिश के दौरान गांव की पेयजल योजना ठीक करने गए डुंग्री गांव के दो लोग महावीर सिंह और भरत सिंह भूस्खलन के दौरान मलबे में दब गए थे। तभी से उनकी खोज शुरू कर दी गई थी लेकिन उनका कुछ पता नहीं सका।
22 अक्तूबर को मुख्यमंत्री पुष्कर धामी ने डुंग्री गांव आकर लापता दोनों युवकों के परिजनों को ढांढस बंधाते हुए अधिकारियों को रेस्क्यू ऑपरेशन में तेजी लाने के निर्देश दिए थे। इस कार्य में खोजी कुत्तों की मदद भी ली गई, लेकिन फिर भी कामयाबी नहीं मिली।
इसके बाद प्रशासन ने जेसीबी के जरिए मलबा हटाने का काम शुरू किया तो दो दिन की कड़ी मशक्कत के बाद बृहस्पतिवार देर शाम दोनों लोगों के शव मलबे से मिले।