चमोली। ऋषिगंगा जल प्रलय के दसवें दिन मंगलवार को तपोवन जल विद्युत परियोजना की निर्माणाधीन सुरंग में मलबा हटाने का कार्य जारी है। परियोजना के बैराज की ओर मलबा जमा है जिसमें शवों के दबे होने की आशंका है। उत्तराखंड के सिंचाई मंत्री सतपाल महाराज ने कहा कि ग्लेशियरों पर नजर रखने के लिए अलग विभाग बनाया जाएगा।
राहत बचाव कार्य रुका
मंगलवार को दोपहर करीब एक बजे तपोवन सुरंग के अंदर मलबा हटाने के दौरान अचानक पानी आना शुरू हो गया। जिसके बाद राहत बचाव कार्य रोक दिया गया है। सुरंग से पानी की निकासी के लिए पंप लगाया जा रहा है।
प्लूटोनियम पैक की जांच करे सरकार
उत्तराखंड के सिंचाई मंत्री सतपाल महाराज का कहना है कि हम इस बात से चिंतित हैं कि ग्लेशियर कैसे पिघल रहे हैं और पहाड़ों में ज्वार लहर पैदा कर रहे हैं। प्लूटोनियम पैक जिसे चीन की गतिविधियों की निगरानी करने के लिए रखा गया था, वह अब वहां नहीं है। हम सरकार से पैक की भी जांच करने का अनुरोध करते हैं।