कर्णप्रयाग: लंबे समय से यातायात सुविधा से महरूम सीमांत जनपद चमोली के अंतिम हिल स्टेशन देवाल से लगे गांवों को अब सड़क सुविधा का लाभ मिल सकेगा। कई साल के संघर्ष के बाद आखिरकार देवाल-मानमति, मानमति-चोटिग-हरमल, झलिया के लिए पांच किलोमीटर मोटर मार्ग के लिए धनराशि जारी की गई है, जिससे पिडर क्षेत्र के ग्रामीण उत्साहित हैं।
पिछले बीस साल से मानमति से आगे चोटिग, हरमल व चमोली जिले के आखिरी गांव झलिया तक मोटर मार्ग की सुविधा की मांग की जा रही थी। इसके लिए कई बार जनता सड़क पर भी उतरी। वर्ष 2011 में उत्तराखंड सरकार ने राज्य योजना से मानमति से झलिया तक 20 किलोमीटर सड़क की सैद्धांतिक स्वीकृति प्रदान की, जिस पर लोनिवि थराली ने मानमति से झलिया तक डिटेल सर्वे कर डीपीआर स्वीकृति के लिए राज्य को भेजी। इस दौरान सड़क के भूमि हस्तांतरण को तीन वर्ष का समय लग गया, लेकिन मोटर मार्ग के प्रथम चरण के लिए धनराशि जारी नहीं होने से कार्य अधर में लटका रहा।