जोशीमठ : जोशीमठ व आसपास के क्षेत्रों में रविवार से मौसम का मिजाज बदला हुआ है। यहां ताजा बर्फबारी हुई है। जो पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित कर रही है।
भूधंसाव से सुरक्षित है औली
भूधंसाव के बाद कई घरों व व्यापारिक प्रतिष्ठानों में दरारें आने से भले ही जोशीमठ में आम जनजीवन के साथ ही व्यापार व कारोबार प्रभावित हुआ हो। लेकिन, विश्व प्रसिद्ध पर्यटक स्थल औली में इन दिनों पर्यटकों की चहलकदमी से रौनक नजर आ रही है।
स्थानीय कारोबारियों का कहना है कि औली भूधंसाव से सुरक्षित है और शीतकाल में यहां पर्याप्त बर्फ पर्यटकों को आकर्षित कर रही है। देश के विभिन्न राज्यों से यहां पहुंचे पर्यटक इन दिनों औली की ढलानों पर फन स्कीइंग का आनंद ले रहे हैं।
आठ नंबर टावर तक चेयरलिफ्ट का संचालन जारी
जोशीमठ-औली रोपवे का संचालन बंद है। लेकिन, जीएमवीएन से आठ नंबर टावर तक चेयरलिफ्ट का संचालन जारी रहने से पर्यटक बर्फीली ढलान तक पहुंच रहे हैं। इसके अलावा पर्यटक सड़क मार्ग से भी यहां पहुंच रहे हैं।
प्रकृति के खूबसूरत नजारों का दीदार करने हर साल बड़ी संख्या में पर्यटक औली आते हैं। इस बार भी शीतकाल में पर्यटक यहां बर्फीली ढलानों पर स्कीइंग और जीवन के यादगार पल बिताने पहुंच रहे हैं। साथ ही घुड़सवारी और फोटोग्राफी का लुत्फ उठा रहे हैं।
प्रतिदिन यहां पहुंच रहे पर्यटक
औली में पर्यटन कारोबारी अजय भट्ट ने बताया कि औली पूरी तरह सुरक्षित है। प्रतिदिन यहां पर्यटक पहुंच रहे हैं। औली में स्थानीय गाइड पर्यटकों को स्कीइंग सिखा रहे हैं और आसपास के खूबसूरत नजारों का दीदार करवा रहे हैं। जोशीमठ-औली रोपवे बंद है। हालांकि औली में भूधंसाव सा कोई असर नहीं है और यहां पर पर्यटकों की आवाजाही बनी हुई।
औली में जीएमवीएन गेस्ट हाउस तक पर्यटक वाहन से आने के बाद इधर से चेयरलिफ्ट से आठ नंबर टावर तक पहुंच रहे हैं। चेयरलिफ्ट में एक बार में चार पर्यटक आवाजाही कर रहे हैं।
आठ नंबर टावर पर बेहद शानदार बर्फीली ढलान का दीदार होता है। यहां पर पर्यटक फन स्कीइंग का लुत्फ उठा रहे हैं। इसके अलावा दस नंबर टावर पर जाने के लिए रोपवे का सहारा लेना पड़ता है, लेकिन रोपवे बंद होने के चलते पर्यटक पैदल ही वहां पहुंच रहे हैं।