चमोली। लद्दाख में भारत-चीन सीमा पर तनाव के मद्देनजर भारतीय सेना ने उत्तराखंड के चमोली जिले से लगी चीन सीमा क्षेत्र में सतर्कता बढ़ा दी है। पिछले तीन-चार दिनों से सैन्य और प्राइवेट वाहनों के जरिए सेना की टुकड़ियां लगातार सीमा क्षेत्र में आ रही हैं।
भारतीय सेना की ओर से चीन सीमा क्षेत्र में पूरी तरह से घेराबंदी कर ली गई है। अधिकारियों ने बताया कि सेना की ओर से सरहद की निगहबानी के साथ ही सैन्य अभ्यास भी किया जाएगा।
चीन चमोली जिले से लगे सीमा क्षेत्र बाड़ाहोती और माणा पास में घुसपैठ की कई बार हिमाकत कर चुका है। लद्दाख के ताजा मामले के बाद खुफिया तंत्र के साथ ही सेना और आईटीबीपी भी अलर्ट हो गई है। पिछले कुछ दिनों से सेना के वाहन काफिले के साथ सीमा क्षेत्र की ओर जा रहे हैं। सेना के एक अधिकारी ने अपना नाम न छापने की शर्त पर बताया कि लद्दाख में तनाव को देखते हुए सीमा क्षेत्र में व्यवस्था चाक-चैबंद की जा रही है।
कब-कब हुई बाड़ाहोती में चीन की घुसपैठ
-वर्ष 2014: सीमा क्षेत्र में अंतिम चैकी रिमखिम के पास चीनी हेलीकॉप्टर देर रात तक आसमान में मंडराता रहा।
-वर्ष 2015: चीनी सैनिकों की ओर से भारतीय सीमा में घुसकर भारतीय चरवाहों के खाद्यान्न को नष्ट कर दिया गया था।
-वर्ष 2016: सीमा क्षेत्र के निरीक्षण के लिए गई चमोली जिला प्रशासन की टीम का चीनी सैनिकों से सामना हुआ।
– जून 2017: सीमा क्षेत्र बाड़ाहोती में दो चीनी हेलीकॉप्टर करीब तीन मिनट तक आसमान में मंडराते रहे।
-25 जुलाई 2017: सीमा क्षेत्र में पीपुल्स लिबरेशन आर्मी के करीब 200 जवान भारत की सीमा में करीब एक किलोमीटर अंदर तक घुस आए थे।
-10 मार्च 2018: बाड़ाहोती में चीनी सेना के तीन हेलीकॉप्टर भारत की सीमा पर करीब चार किलोमीटर अंदर घुस आए।
-जुलाई 2018: चीनी सैनिक होतीगाड़ को पार कर भारतीय सीमा में घुस आए थे, तब सेना ने उन्हें खदेड़ दिया था।