चमोली। भारत-चीन सीमा पर सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) 104 मीटर लंबा स्टील गार्डर पुल बना रहा है। बीआरओ के अधिकारियों की मानें तो यह पुल प्रदेश का सबसे लंबा स्टील गार्डर पुल होगा। इस पुल के बनने से सीमा पर बड़े वाहनों की आवाजाही आसान हो जाएगी।
चीन सीमा तक बीआरओ ने सड़कें बना दी हैं। इसके साथ ही जहां पुल जर्जर हो चुके थे उनका भी निर्माण किया जा रहा है। इसी के तहत जोशीमठ-मलारी मोटर मार्ग पर रेणी के पास स्टील गार्डर का पुल बनाया जा रहा है।
वर्ष 2018-19 में इस पुल पर कार्य शुरू हुआ था और अगले साल तक पुल बनकर तैयार हो जाएगा।
सेना के बड़े वाहनों का आवागमन सुगम होगा
सामरिक दृष्टि से महत्वपूर्ण इस पुल के बनने से जहां सेना के बड़े वाहनों का आवागमन सुगम होगा, वहीं इस जगह पर खतरनाक मोड़ की समस्या भी समाप्त हो जाएगी।
सरहद को सड़क मार्ग से जोड़ने के लिए जोशीमठ-मलारी मार्ग पर स्टील गार्डर पुल का निर्माण किया जा रहा है। इस पुल की लंबाई 104 मीटर है जो प्रदेश में सबसे लंबा स्टील गार्डर पुल होगा। इसे अगले साल तक तैयार कर लिया जाएगा। इससे सेना के वाहनों की आवाजाही आसान हो जाएगी।
– मनीष पाल, बीआरओ कमांडर