रैणी का नाम आते ही हाथ फरवरी का वह दिन याद आता है जब फरवरी की 7 तारीख को भीषण प्रलयकारी ग्लेशियर की आपदा आई थी जिसके बाद से रैणी में लगातार भू धंसाव देखने को मिल रहा है एक बार फिर रैणी में हल्की बारिश के बाद नीति मलारी बॉर्डर रोड पर रैणी में भारी भू धंसाव देखने को मिल रहा है यहां अभी 1 महीने पूर्व बनी सड़क एक बार फिर से बड़ी-बड़ी दरारें देखने को मिल रही है, नीति मलारी बॉर्डर रोड पर दरार इस कदर पड़ चुकी है कि कभी भी सड़क धोली नदी में जा सकती है इस समय इस सड़क पर चलना किसी खतरे से खाली नहीं है क्योंकि सड़क के बड़े हिस्से में बड़ी बड़ी दरार आ चुकी है और यह हिंस्सा कभी भी नीचे जा सकता है, यहां गाड़ियां आर पार होने में भी बड़ी दिक्कतों का सामना गाड़ी वालों को करना पड़ रहा है वहीं ग्रामीण भी खौफ के साए में जीने को मजबूर हैं,
चंडी देवी के महंत के साले ने करीब 20 लोगों के...
चंडी देवी के महंत रोहित गिरी की पत्नी गीतांजलि के भाई ने बुधवार को श्यामपुर थाने में करीब 15 से 20 लोगों के खिलाफ...
Block title
रक्षा मंत्री से मिले मदरसा बोर्ड के अध्यक्ष; ऑपरेशन सिंदूर को...
उत्तराखंड मदरसा शिक्षा परिषद के अध्यक्ष मुफ़्ती शमून क़ासमी ने मंगलवार को दिल्ली में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से मुलाकात की। इस दौरान उनके...