चमोली। सुमना की आपदा के छठवें दिन भी बीआरओ के मजदूरों की खोज का अभियान जारी है। अभी तक तीनों लापता मजदूरों का कोई पता नहीं चल पाया है। इस हादसे में 15 मजदूरों के शव बरामद कर लिए गए हैं। सभी शवों की शिनाख्त कर ली गई है। बुधवार को सभी शव जौलीग्रांट से झारखंड भेज दिए जाएंगे।
जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया ने बताया कि आपदा में मृतक बीआरओ के ये सभी मजदूर झारखंड राज्य के रहने वाले थे। परिजनों तक मृतकों के शव पहुंचाने के लिए झारखंड सरकार से बात की गई है और बीआरओ के माध्यम से बुधवार तक सभी शवों को झारखंड सरकार के सुपुर्द किया जाएगा।
शवों को सुरक्षित रखने के लिए एंबुलेंस से श्रीनगर अस्पताल भेजा गया और बुधवार को सभी शव जौलीग्रांट से झारखंड भेजने की कार्रवाई की जाएगी। वहीं, मलारी से सुमना तक सड़क मार्ग खोलने का काम भी जारी है। वहीं सुमना में अभी भी तीन मजदूर लापता चल रहे हैं, जिनकी सेना, बीआरओ, आईटीबीपी और जिला प्रशासन की ओर से लगातार खोज की जा रही है।
हादसे में बचाए गए 384 मजदूरों को अभी भी सेना कैंप में रखा गया है। यहीं मजदूरों के लिए रहने और खाने की व्यवस्था की जा रही है। मलारी से सुमना तक सड़क मार्ग खुलने के बाद वाहनों से मजदूरों को जोशीमठ लाया जाएगा।