सुमना में हुए हिमस्खलन के बाद बीआरओ के मजदूरों की खोज में सेना का रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है। अभी तक बर्फ में दबे 17 शव बरामद कर लिए गए हैं जबकि अभी भी एक मजदूर लापता है।बरामद किए शवों को बीआरओ और जिला प्रशासन की ओर से झारखंड सरकार के सुपुर्द कर दिए गए हैं। वहीं, मलारी हाईवे को प्रभावित क्षेत्र सुमना तक खोल दिया गया है। क्षेत्र में दो दिनों से मौसम खराब होने के कारण बीआरओ की जेसीबी को बर्फ हटाने में दिक्कतें आ रही हैं। सभी शवों की शिनाख्त कर ली गई है।
जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया ने बताया कि आपदा में मृतक बीआरओ के ये सभी मजदूर झारखंड राज्य के रहने वाले थे। हादसे में बचाए गए 384 मजदूरों को अभी भी सेना कैंप में रखा गया है। यहीं मजदूरों के लिए रहने और खाने की व्यवस्था की जा रही है। मलारी से सुमना तक सड़क मार्ग खुलने के बाद वाहनों से मजदूरों को जोशीमठ लाया जाएगा।