मौसम विज्ञानियों के मुताबिक मानसून ने देवभूमि में दस्तक बेशक दे दी है, लेकिन अभी मानसून का वह मिजाज नहीं देखने को मिल रहा है, जो अमूमन सक्रियता के बाद दिखाई देता है।मौसम विज्ञानियों के अनुसार मानसून कुमाऊं क्षेत्र में फिलहाल ज्यादा सक्रिय है, जबकि गढ़वाल क्षेत्र में अभी सक्रियता थोड़ी कम है। आने वाले चार-पांच दिनों में मानसून कुमाऊं और गढ़वाल में पूरी तरह से सक्रिय हो जाएगा। ऐसे में मानसून के दौरान जो झमाझम बारिश होती है उसका नजारा तीन-चार दिन बाद ही दिखाई देगा।
वहीं बुधवार को कुमाऊं में एक बार फिर बारिश ने कहर बरपाया है। यहां लोहाघाट में भारी बारिश ने तबाही मचाई। कई मकान खतरे की जद में आ गए हैं। पार्किंग में खड़ी दो कारें भी दब गईं हैंचंपावत में सिन्याडी, स्वांला, भारतोली के पास मलबा आने से टनकपुर-पिथौरागढ़ राष्टीय राजमार्ग बंद हो गया है। 19 ग्रामीण सड़कें भी मलबा आने से बंद हो गईं हैं। वहीं आज देहरादून सहित अधिकतर इलाकों में बादल छाए हैं। वहीं कहीं-कही बूंदाबांद भी हुई है।फिलहाल मौसम विज्ञान केंद्र ने बुधवार को उत्तरकाशी, चमोली, रुद्रप्रयाग, देहरादून, नैनीताल और पिथौरागढ़ जिलों में कहीं-कहीं भारी तो कहीं हल्की बारिश की संभावना जताई है। साथ ही इन क्षेत्रों के लिए येलो अलर्ट जारी किया है