चम्पावत :चम्पावत-टनकपुर हाईवे पर स्वाला के पास आया मलबा नहीं हटाया जा सका है। छठे दिन भी एनएच पूरी तरह बंद रहा। यहां भूस्खलन से दरकी पहाड़ी खतरनाक बन चुकी है। लगातार मलबा और बोल्डर गिरने से सड़क खोलने के काम में बाधा पैदा हो रही है। आज भी सड़क खुलने की संभावना नहीं है। सड़क खोलने का काम लगातार जारी है। लंबे समय से हाईवे बंद रहने से अब लोगों में भी प्रशासन के खिलाफ आक्रोश देखने में आ रहा है।
सोमवार की सुबह स्वाला के पास पहाड़ी का बड़ा हिस्सा दरकने से सड़क पर मलबे के साथ पेड़ और बड़े-बड़े बोल्डर आ गए थे। तब से अब तक बिना रूके सड़क खोलने का काम किया जा रहा है, लेकिन लगातार गिर रहे मलबे के कारण काम में व्यवधान पैदा हो रहा है। एनएच के ईई एलडी मथेला ने बताया कि मलबा सड़क के 200 मीटर हिस्से में फैल गया था। आज सुबह तक150 मीटर हिस्से से मलबा हटा लिया गया है। लगभग 50 मीटर का हिस्सा और बचा है। पहाड़ी से अभी भी मलबा और बोल्डर गिर रहे हैं, जिसके कारण देर शाम तक भी सड़क खुलने की संभावना नहीं है।
एनएच बंद होने से जिला मुख्यालय समेत लोहाघाट, पाटी, बाराकोट में जरूरी चीजों की किल्लत बढ़ गई है। लंबे समय से सड़क बंद होने पर अब लोगों ने प्रशासन और कार्यदायी संस्था के खिलाफ आक्रोश पैदा हो गया है। शिक्षा उन्नयन समिति के पूर्व अध्यक्ष आरपी ओली, दीपांशु कलखुडिय़ा, भुवन खर्कवाल, महेश चौड़ाकोटी आदि का कहना है बद इंतजामी के कारण सड़क नहीं खुल पा रही है। राष्ट्रीय राजमार्ग का लंबे समय तक बंद रहना एनएच की विफलता है। दूसरी ओर टनकपुर के पूर्णागिरि मार्ग पर नवदुर्गा मोड़ में सड़क का हिस्सा ध्वस्त होने से दूसरे दिन भी वाहनों की आवाजाही नहीं हो पाई।