चम्पावत : टनकपुर-चम्पावत राष्ट्रीय राजमार्ग यातायात के लिए सुचारू हो गया है। शुक्रवार को 13वें दिन स्वाला के पास आया मलबा हटाकर हाईवे को चालू कर दिया गया। मैदान और पहाड़ के बीच का सीधा संपर्क जुड़ते ही वाहनों की आवाजाही शुरू हो गई है। राजमार्ग सुचारू होने पर एनएच और प्रशासन ने राहत की सांस ली है।
बीते 23 अगस्त को स्वाला के पास पहाड़ी दरकने से एनएच बंद हो गया था। तब से मलबा हटाने का काम जारी था। पहाड़ी से लगातार गिर रहे मलबे और पत्थरों के कारण सड़क नहीं खुल पा रही थी। इस बीच कई बार काम भी रोकना पड़ा। कड़ी मेहनत और मशक्कत के बाद शुक्रवार की सुबह 11:26 बजे मलबा हटाकर एनएच को सुुचारू किया जा सका। सड़क खुलते ही पिथौरागढ़ और टनकपुर से वाहनों की आवाजाही भी शुरू हो गई। कई दिनों से टनकपुर में फंसे मालवाहक वाहन भी गंतव्य को रवाना कर दिए गए हैं। सड़क बंद होने से जहां रोडवेज को करोड़ों का नुकसान हुआ वहीं यात्रियों को भी दो से तीन गुना अधिक किराया देकर बाया देवीधुरा और रीठासाहिब-सूखीढांग होते हुए मैदानी क्षेत्रों का लंबा व अनचाहा सफर तय करना पड़ा।
सड़क खुलने में हुई देरी से प्रशासन की भी किरकिरी हो रही थी। कई बार जिलाधिकारी को स्वयं मौके पर जाकर एनएच के अधिकारियों को जल्द से जल्द सड़क खोलने के निर्देश देने पड़े। एडीएम शिवचरण द्विवेदी ने बताया कि शुक्रवार को सड़क खोल दी गई है। एनएच पर वाहनों का आवागमन भी सुचारू हो गया है। सबसे पहले सड़क में खड़े खाली वाहनों को निकाला जा रहा है। उन्होंने बताया कि स्वाला के पास अभी भी मलबा गिरने का खतरा बना हुआ है। उन्होंने बताया कि सड़क खुलने के बाद भी एनएच एवं कार्यदायी संस्था को पहाड़ी पर नजर बनाए रखने के निर्देश दिए गए हैं।