देहरादून। उत्तराखंड के अधिकतर इलाकों में गुरुवार का बादल छाए हुए हैं। वहीं देहरादून में फिलहाल मौसम साफ बना हुआ है। चारधाम यात्रा मार्गों पर भी यातायात सुचारू है। चीन सीमा क्षेत्र को जोड़ने वाले जोशीमठ-मलारी हाईवे का खुलने व बंद होने का सिलसिला गुरुवार को भी जारी है।
सुरांईथोटा में भूस्खलन से जोशीमठ-मलारी हाईवे बंद
सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) के कमांडर मनीष कपील का कहना है जोशीमठ-मलारी हाईवे पर सुरांईथोटा में लगातार पत्थर गिर रहे हैं। बीआरओ की जेसीबी कार्य कर रही है। फिलहाल हाईवे को खोल दिया गया है।
बता दें कि चीन सीमा क्षेत्र को जोड़ने वाला जोशीमठ-मलारी हाईवे बुधवार को सुरांईथोटा में बारिश के कारण भूस्खलन होने से बंद हो गया था। बारिश बंद होने पर बीआरओ की जेसीबी हाईवे खोलने में जुटीे रहीं, लेकिन लगातार पत्थर गिरने के कारण हाईवे खोला नहीं जा सका।
इन दिनों मलारी क्षेत्र में रुक-रुककर भारी बारिश हो रही है। बुधवार दोपहर को भी बारिश हुई और इस दौरान सुरांईथोटा के पास अचानक पहाड़ी से भारी मात्रा में बोल्डर और मलबा जोशीमठ-मलारी हाईवे पर आ गया, जिससे हाईवे पर सेना के साथ ही स्थानीय लोगों के वाहनों की आवाजाही भी थम गई।
सेना के जवान बारिश में ही अपने वाहनों को मौके पर छोड़कर करीब एक किलोमीटर की पैदल दूरी नापकर गंतव्य तक पहुंचे, जबकि मलारी क्षेत्र में अपने गांवों को जा रहे ग्रामीण सुरांईथोटा से आगे नहीं जा पाए। बांपा गांव के विनोद पाल ने बताया कि 15 अगस्त को बांपा के दुंपु धार में स्वतंत्रता दिवस का कार्यक्रम होना है। वे जोशीमठ से कार्यक्रम आयोजन की सामग्री को लेकर बांपा जा रहे थे, लेकिन हाईवे बंद होने से उन्हें सुरांईथोटा में ही रुकना पड़ा।