वीआईपी हो या वीवीआईपी उनके इंतजार में चौराहों पर ट्रैफिक 10 मिनट से ज्यादा नहीं रोका जाएगा। इसके लिए ब्लिंकिंग लाइटों (पीली लाइट) का प्रयोग कर यातायात को निकाला जाएगा। यह निर्देश एसएसपी जन्मेजय खंडूरी ने विभागों की बैठक में दिए हैं। उन्होंने यातायात सुधार के लिए स्मार्ट सिटी व अन्य विभागों की बैठक बुलाई।
ट्रैफिक सिग्नलों को मैन्युअली संचालित करने के लिए मना किया
अभी तक होता है कि वीआईपी या वीवीआईपी के इंतजार में आधे घंटे या उससे भी अधिक समय तक ट्रैफिक रोक दिया जाता है। ताकि, उनकी फ्लीट को तेजी से निकाला जा सके, लेकिन अब एसएसपी ने इस दशा में ट्रैफिक सिग्नलों को मैन्युअली संचालित करने के लिए मना किया है।
उन्होंने कहा कि इसके लिए स्मार्ट सिटी के कंट्रोल रूम के माध्यम से ब्लिकिंग लाइटों से ट्रैफिक संचालित किया जाएगा। साथ ही उन्होंने स्मार्ट सिटी के तहत विभिन्न चौराहों पर लोगों की सहायता के लिए लगे पैनिक बटनों को जल्द चालू कराने के निर्देश दिए। उन्होंने यातायात सिग्नलों की स्थिति के बारे में भी जाना।
अधिकारियों ने बताया कि वर्तमान में 49 में से 33 ट्रैफिक सिग्नल तो आपसी सामंजस्य के माध्यम से चल रहे हैं। बाकी को भी जल्द शुरू कर दिया जाएगा। जिन चौराहों पर ट्रैफिक लाइटों के कम ऊंचाई पर लगे होने के कारण पीछे लेन में लगे वाहन चालकों को कठिनाई का सामना करना पडता है, ऐसे चौराहों को चिह्नित करते हुए वहां पर ट्रैफिक लाइटों की ऊंचाई को बढ़ाया जाएगा। इससे पिछली लेन में लगे वाहन चालकों को भी लाइटों की स्थिति की जानकारी हो सके।
रात साढ़े 10 बजे से सुबह छह तक ब्लिंकर चलेंगे
गोष्टी के दौरान स्मार्ट सिटी के पदाधिकारियों को निर्देशित किया गया कि रात साढ़े दस बजे से सुबह छह बजे तक यातायात संचालन के लिए ट्रैफिक सिग्नलों को ब्लिंकर मोड पर चलाया जाए। शहर क्षेत्र में जिन जगहों पर जेब्रा क्रासिंग नहीं बनी हैं, यातायात संबंधी अन्य यातायात चिह्न नहीं बने हैं। एसएसपी ने लोक निर्माण विभाग को ऐसी जगहों को चिह्नित करने को कहा।