देहरादून। चारधाम यात्रा पर आने वाले यात्रियों व वाहन चालकों की सहूलियत के लिए अब परिवहन विभाग आनलाइन ग्रीन कार्ड जारी करने के लिए साफ्टवेयर में हिंदी में आवेदन करने की व्यवस्था करने जा रहा है। इस पर काम शुरू हो चुका है और जल्द ही इसके पूरा होने की भी उम्मीद है।
प्रदेश में हर साल लाखों की संख्या में श्रद्धालु चारधाम यात्रा के लिए आते हैं। इनमें निजी वाहनों के साथ ही व्यावसायिक वाहनों में सफर करने वाले यात्री भी शामिल हैं। व्यावसायिक वाहनों के लिए परिवहन विभाग हर साल ग्रीन कार्ड जारी करता है। सीजन में तकरीबन 15 से 20 हजार वाहनों के ग्रीन कार्ड बनते हैं। ग्रीन कार्ड का अर्थ यह होता है कि संबंधित वाहन के सारे दस्तावेज पूर्ण हैं, वाहन की फिटनेस भी जांच ली गई है और ये पर्वतीय मार्गों पर चलने को पूरी तरह फिट हैं। इसका मकद वाहन दुर्घटनाओं पर रोक लगाने के साथ ही अवैध रूप से संचालित होने वाले वाहनों पर नकेल कसना है।
ग्रीन कार्ड बनाने के लिए अभी तक वाहनों को आरटीओ कार्यालय आना पड़ता था, जहां वाहन के दस्तावेज और फिटनेस जांची जाती है। बीते वर्ष विभाग ने 10 सीटर और उससे कम क्षमता के वाहनों के लिए आनलाइन ग्रीन कार्ड बनाने की व्यवस्था बनाई थी। इसके लिए साफ्टवेयर भी तैयार कर लिया गया था। कोरोना के कारण बीते वर्ष यात्रा सितंबर के बाद शुरू हुई, लेकिन यात्री कम होने के कारण ग्रीन कार्ड की व्यवस्था लागू नहीं हुई। इस साल भी कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर के कारण चारधाम यात्रा स्थगित है।
अब बरसात का मौसम आने वाला है, ऐसे में यात्रा शुरू होने की उम्मीद काफी कम है। अब क्योंकि विभाग को ग्रीन कार्ड जारी करने की जल्दी नहीं है, ऐसे में वह अब साफ्टवेयर में अंग्रेजी के साथ ही हिंदी भाषा में भी आवेदन करने की व्यवस्था कर रहा है। उप परिवहन आयुक्त एसके सिंह का कहना है कि चालकों को भाषाई दिक्कत न हो और वे खुद भी इसके लिए आवेदन कर सकें, इसके लिए साफ्टवेयर में हिंदी में भी आवेदन करने की व्यवस्था की जा रही है।