देहरादून। उत्तराखंड विधानसभा की मेजबानी में आज से शुरू होने जा रहे पीठासीन अधिकारियों के अखिल भारतीय सम्मेलन में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के आने पर अभी सस्पेंस जारी है, लेकिन लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला आज शाम को राजधानी देहरादून पहुंच जाएंगे।
सम्मेलन का विधिवत उद्घाटन बुधवार को होगा, जिसमें मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत, केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक समेत प्रदेश के सभी सांसद, प्रदेश सरकार के मंत्री और शहर के वर्तमान व पूर्व विधायक भी उपस्थित रहेंगे।
सोमवार को विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल ने विधानसभा में एक पत्रकारवार्ता के दौरान सम्मेलन की तैयारियों के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि सोमवार तक लोकसभा अध्यक्ष, राज्यसभा के उपसभापति, 21 राज्यों के विधानसभा अध्यक्ष, 13 राज्यों के विधानसभा उपाध्यक्ष, 23 राज्यों के विधानसभा सचिवों के सम्मेलन में आने की सहमति प्राप्त हो चुकी है।
लोकसभा अध्यक्ष व राज्यसभा के उपसभापति आज शाम देहरादून पहुंचेंगे। विधानसभा की ओर से सभी अतिथियों का स्वागत गुलदस्ते के स्थान पर उत्तराखंड के बुनकरों द्वारा तैयार मफलरों से किया जाएगा। सभी अतिथियों को भोजन में पर्वतीय पारंपरिक व्यंजन भी परोसे जाएंगे। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के कार्यक्रम में आने के संबंध में अग्रवाल ने कहा कि लोकसभा अध्यक्ष लगातार प्रयास कर रहे हैं।
वे प्रधानमंत्री को भी सम्मेलन में बुलाने का प्रयास कर रहे थे, लेकिन उस दौरान उनकी व्यस्तता है। गृह मंत्री को बुलाने की कोशिशें जारी हैं। उन्होंने कहा कि प्रेमनगर स्थित एक होटल में सम्मेलन का आयोजन होगा। उद्घाटन सत्र में उनका स्वागत भाषण होगा और लोस अध्यक्ष के अलावा मुख्यमंत्री भी संबोधित करेंगे। पत्रकार वार्ता में विस सचिव जगदीश चंद्र भी उपस्थित रहे।
ये होंगे मुख्य आकर्षण
स्पीकर ने बताया कि 17 दिसंबर को सचिवों का सम्मेलन होगा, जिसमें लोकसभा एवं राज्यसभा के महासचिव प्रतिभाग करेंगे।
18 दिसंबर को अखिल भारतीय पीठासीन अधिकारियों के सम्मेलन का उद्घाटन होगा, इसके बाद अलग-अलग विषयों पर सत्र होंगे।
इससे पूर्व लोस अध्यक्ष आयोजन स्थल में स्थानीय उत्पादों पर आधारित प्रदर्शनी का उद्घाटन करेंगे। इसमें 20 स्टाल लगाए जाएंगे।
फिर कार्यक्रम में छोलिया नृत्य की प्रस्तुति दी जाएगी। उत्तराखंड के 19 साल की यात्रा पर एक वृत चित्र भी दिखाया जाएगा।
19 दिसंबर को समापन सत्र में राज्यपाल का संबोधन होगा। इसके बाद लोकसभा अध्यक्ष की एक प्रेस वार्ता भी होगी।
इसी दिन शाम को सभी अतिथि ऋषिकेश के लिए प्रस्थान कर जाएंगे। आशीर्वाद वाटिका, डोईवाला में भी कार्यक्रम होगा।
सभी अतिथि ऋषिकेश में त्रिवेणी घाट पर सांयकालीन गंगा आरती एवं भजन संध्या में शामिल होंगे।
इन मसलों पर हो सकती है चर्चा
पीठासीन अधिकारियों के सम्मेलन में संविधान की 10वीं अनुसूची में अध्यक्ष की भूमिका और सदस्यों के दल परिवर्तन के आधार पर उन्हें अयोग्य ठहराने से संबंधित उपबंधों पर चर्चा हो सकती है। इसके अलावा शून्यकाल सहित सभा के अन्य साधनों के माध्यम से संसदीय लोकतंत्र का सुधारीकरण एवं क्षमता निर्माण विषय पर भी मंथन होगा। संसदीय मामलों से जुड़े अन्य समसामयिक विषय लोस अध्यक्ष की अनुमति से चर्चा में शामिल हो सकते हैं।